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Anita Singh के बारे में

Ek paryavaran sevak aur pathak

पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-10-26

Anita Singh की पुस्तकें

अनीता की कविता डायरी

अनीता की कविता डायरी

ये क़िताब मेरी कविताओं का संकलन है। झांकी है स्त्री मन की,समसामयिक घटनाओं पे मेरे विचार है जो उकेरे गए है कविता के रूप में ।आशा है कि आपको ये पसंद आएगी🙏

निःशुल्क

अनीता की कविता डायरी

अनीता की कविता डायरी

ये क़िताब मेरी कविताओं का संकलन है। झांकी है स्त्री मन की,समसामयिक घटनाओं पे मेरे विचार है जो उकेरे गए है कविता के रूप में ।आशा है कि आपको ये पसंद आएगी🙏

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भारत के पेड़ और उनसे हमारा लागवा

भारत के पेड़ और उनसे हमारा लागवा

ये पुस्तक भारतीय भूखंड में पाए जाने वाले पेड़ो के बारे में है और उनसे जुड़ाव से जुड़े कुछ संस्मरण भी सलंग्न है।इस दौर में जब हम अपने वन और वन्य जीवों को खोते जा रहे है।लेखक को लगता है कि पेड़ो के साथ लगाव लगा कर हम उन्हें बचा सकते है और अपनी वन्य सम्पदा

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भारत के पेड़ और उनसे हमारा लागवा

भारत के पेड़ और उनसे हमारा लागवा

ये पुस्तक भारतीय भूखंड में पाए जाने वाले पेड़ो के बारे में है और उनसे जुड़ाव से जुड़े कुछ संस्मरण भी सलंग्न है।इस दौर में जब हम अपने वन और वन्य जीवों को खोते जा रहे है।लेखक को लगता है कि पेड़ो के साथ लगाव लगा कर हम उन्हें बचा सकते है और अपनी वन्य सम्पदा

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अफगानिस्तान

अफगानिस्तान

अफगानिस्तान में तख्ता पलट के समय लिखी गई एक कृति

निःशुल्क

अफगानिस्तान

अफगानिस्तान

अफगानिस्तान में तख्ता पलट के समय लिखी गई एक कृति

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अनिता की पर्यावरण डायरी

अनिता की पर्यावरण डायरी

ये किताब विज्ञान और मानव ज्ञान पर आधारित है।किताब विमर्श है या कह लीजिए चिंतन है आधुनिकता के फ़ायदे नुकसान पे।पर्यावरण से टूटते मानव के रिश्ते पे।

0 पाठक
0 रचनाएँ

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अनिता की पर्यावरण डायरी

अनिता की पर्यावरण डायरी

ये किताब विज्ञान और मानव ज्ञान पर आधारित है।किताब विमर्श है या कह लीजिए चिंतन है आधुनिकता के फ़ायदे नुकसान पे।पर्यावरण से टूटते मानव के रिश्ते पे।

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Anita Singh के लेख

गणतंत्र दिवस

25 जनवरी 2022
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स्वतंत्र देश को एक सूत्र में पिरोया ,जब आंबेडकर ने संविधान संजोया।जाति,धर्म, वेशभूष को छोड़,भारत गणतंत्र बन पाया,जब 26 जनवरी 1950 को,गणतंत्र संज्ञान में आया।गणतंत्र की महिमा गाता हर इंसान है,हर्ष से ब

मंथरा का आना

7 जनवरी 2022
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जीवन में मंथराओ का आना,आप में भरत-सा स्नेह लाता है।जीवन में मंथराओ का आना,आप में लक्ष्मण सा साथ लाता है।जीवन में मंथराओं का आना,आप में सीता सा विश्वास लाता है।जीवन में मंथराओ का आना,आप को कुछ पल का शो

नमन है तुम्हे हिन्द के वीर

10 दिसम्बर 2021
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<p>छाती पे तमगे देख के जिसके भूतल हिल जाता था।</p> <p>सो रहा है वो शेर देखो, देश सत-सत शीश नमाता है।

औरत का दर्द

23 नवम्बर 2021
4
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<div><span style="font-size: 16px;">अक्सर मैंने जोरदार ज़नानी आवाज़ों के पीछे का</span></div><div><spa

औरत का दर्द

23 नवम्बर 2021
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<div><span style="font-size: 16px;">अक्सर मैंने जोरदार ज़नानी आवाज़ों के पीछे का</span></div><div><spa

आम फलो का राजा

19 नवम्बर 2021
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<p>पेड़ो की बात चल रही हो और गर्मी के दिनों में आम का जिक्र न हो ऐसा मुमकिन ही नहीं।आम के वैसे तो बहु

सिसकती नदी

10 नवम्बर 2021
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<p>एक दिन यूँही गुज़रना हुआ,नदी के किनारे से।आवाज़ कुछ सुनाई दी नदी किनारे से। पास कुछ जाना हुआ तो पान

बड़हर का पेड़,उत्तर भारत के पेड़

3 नवम्बर 2021
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<p>बड़हल या बड़हर का पेड़ ,पीले गोल फूल वाला ये पेड़ उत्तर भारत ,पूर्वी भारत और मध्य भारत में बहुधा पाया

अफगानिस्तान

1 नवम्बर 2021
2
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<p>अफगानिस्तान तुम्हे लेके सबके अपने जज़्बात है,</p> <p>पर मेरा बस इतना कहना है</p> <p>किसी देश में श

माँ जब आती

29 अक्टूबर 2021
1
1

<p>माँ का आना,माँ जब आती है घर खुशियों से भर जाता है।</p> <p>घर घर कहाँ रह जाता है रंगों से भर जाता

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