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Archana Singh के बारे में

वक्त ने वक्त पर कुछ दिया नहीं ... जब दिया तो उस चीज की तमन्ना "अर्चना " को ना रही दोस्तों ...!! 🙏🙏💐💐

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Archana Singh की पुस्तकें

जिये जा रही हूँ...

जिये जा रही हूँ...

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ➡️ क्या कहूं दोस्तों .... ➡️ जो करना नहीं चाहती , ➡️वही किए जा रही हूँ , ➡️शायद अपनों के लिए ही , ➡️जिये जा रही हूँ... ! ➡️ ना जाने किस बात की ➡️झूठी तसल्ली दिए जा रही हूंँ, ➡️थम सी गई है जिंदगी , ➡️ यादों की सुनहरे पन्नों मे

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जिये जा रही हूँ...

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नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ➡️ क्या कहूं दोस्तों .... ➡️ जो करना नहीं चाहती , ➡️वही किए जा रही हूँ , ➡️शायद अपनों के लिए ही , ➡️जिये जा रही हूँ... ! ➡️ ना जाने किस बात की ➡️झूठी तसल्ली दिए जा रही हूंँ, ➡️थम सी गई है जिंदगी , ➡️ यादों की सुनहरे पन्नों मे

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" आखिरी बार "

" आखिरी बार "

देखा था आखरी बार .... अपनी मुंडेर पर...! चुनती वो चावल के दाने... नन्हीं सी चोंच में ...! गिरते दानों को ... बार-बार उठाती...! फिर छोटे से मुंह को ... दो दानों से भर जाती ...! सफेद भुरे रंगों पर .... काला धार जैसे .... नजर का टीका लगाए ..…! सिर घु

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" आखिरी बार "

" आखिरी बार "

देखा था आखरी बार .... अपनी मुंडेर पर...! चुनती वो चावल के दाने... नन्हीं सी चोंच में ...! गिरते दानों को ... बार-बार उठाती...! फिर छोटे से मुंह को ... दो दानों से भर जाती ...! सफेद भुरे रंगों पर .... काला धार जैसे .... नजर का टीका लगाए ..…! सिर घु

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" शादी के साइड इफेक्ट्स "

" शादी के साइड इफेक्ट्स "

सारी नादानियों पर लग गया ताला , बेफिक्री का पीछे रह गया जमाना ! कभी एक चोट पर पूरा घर , सिर पर उठा लिया करते थे ! आज हर दर्द को हंसी में , छुपा लिया करते हैं ! कल अपनी जिद्द मनवाना आता था , आज दूसरों की जिद्द पर झुक जाना पड़ता है ! दर्द से हर रिश्ते

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" शादी के साइड इफेक्ट्स "

" शादी के साइड इफेक्ट्स "

सारी नादानियों पर लग गया ताला , बेफिक्री का पीछे रह गया जमाना ! कभी एक चोट पर पूरा घर , सिर पर उठा लिया करते थे ! आज हर दर्द को हंसी में , छुपा लिया करते हैं ! कल अपनी जिद्द मनवाना आता था , आज दूसरों की जिद्द पर झुक जाना पड़ता है ! दर्द से हर रिश्ते

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हमारी आखिरी मुलाकात हो जाए...

हमारी आखिरी मुलाकात हो जाए...

कुछ परेशानियां हैं जिन्हें खत्म करना चाहती हूंँ कुछ उलझनें हैं जिन्हें सुलझाना चाहती हूँ ! कुछ बिताएं तेरे संग जो पल है उन्हें फिर से जीना चाहती हूँ ! क्या क्या ख्वाहिश है इस दिल में उसे फिर से पूरा करना चाहती हूँ ! कुछ अपने हैं जो खफा हो गए है

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हमारी आखिरी मुलाकात हो जाए...

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कुछ परेशानियां हैं जिन्हें खत्म करना चाहती हूंँ कुछ उलझनें हैं जिन्हें सुलझाना चाहती हूँ ! कुछ बिताएं तेरे संग जो पल है उन्हें फिर से जीना चाहती हूँ ! क्या क्या ख्वाहिश है इस दिल में उसे फिर से पूरा करना चाहती हूँ ! कुछ अपने हैं जो खफा हो गए है

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तू मेरा हो जाए...

तू मेरा हो जाए...

अर्ज किया है : " फुर्सत के पल तेरे साथ बिताए बहुत पर दिल चाहता है, ये वक्त आज यहीं ठहर जाए मोहब्बत भरी नजरों में तेरे बस मैं यूं ही डूब जाऊं मांगू खुदा से तेरे चेहरे की खुशी और काश ! तू मेरा हो जाए "....✍️ धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐

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अर्ज किया है : " फुर्सत के पल तेरे साथ बिताए बहुत पर दिल चाहता है, ये वक्त आज यहीं ठहर जाए मोहब्बत भरी नजरों में तेरे बस मैं यूं ही डूब जाऊं मांगू खुदा से तेरे चेहरे की खुशी और काश ! तू मेरा हो जाए "....✍️ धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐

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ना देखना कोई ख्वाब ....💔💔💔 (लघुकथा )

ना देखना कोई ख्वाब ....💔💔💔 (लघुकथा )

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ये किताब एक औरत की कहानी है । जिसने एक ख्वाब देखे थे जो ख्वाब अधूरे ही रह गए और अपनों के द्वारा बेरहम तरीके से तोड़े गए । देखते तो सभी हैं ख्वाब , पर पूरा कहां हो पाता है । कुछ ख्वाब अधूरे ही रह जाते हैं या फिर कुछ ख्वाबों को रि

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ना देखना कोई ख्वाब ....💔💔💔 (लघुकथा )

ना देखना कोई ख्वाब ....💔💔💔 (लघुकथा )

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ये किताब एक औरत की कहानी है । जिसने एक ख्वाब देखे थे जो ख्वाब अधूरे ही रह गए और अपनों के द्वारा बेरहम तरीके से तोड़े गए । देखते तो सभी हैं ख्वाब , पर पूरा कहां हो पाता है । कुछ ख्वाब अधूरे ही रह जाते हैं या फिर कुछ ख्वाबों को रि

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सफर....

सफर....

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ऊपर वाले ने सबकी किस्मत में हम सफर का साथ नहीं लिखा कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिसमें हाथों में हाथ नहीं होते हर कदम पर हम सफर का साथ नहीं होते बिछड़ जाते हैं अधूरे सफर पर साथ छूट जाता है राही बिछड़ कर भी जीना नहीं छोड़ता क्य

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सफर....

सफर....

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ऊपर वाले ने सबकी किस्मत में हम सफर का साथ नहीं लिखा कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिसमें हाथों में हाथ नहीं होते हर कदम पर हम सफर का साथ नहीं होते बिछड़ जाते हैं अधूरे सफर पर साथ छूट जाता है राही बिछड़ कर भी जीना नहीं छोड़ता क्य

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तुम तो ठहरे परदेशी...

तुम तो ठहरे परदेशी...

💃तुम तो ठहरे परदेसी , साथ क्या निभाओगे .... आंखों में हजार सपने देकर , कल को चले जाओगे ....! 🕺आए हैं बहार बनकर , तुझे भी ले जाएंगे .... थोड़ा सब्र कर , तुझे दुल्हन हम बनाएंगे...! 💃 ऐसी ख्वाब ना दिखा... कि टूट जाए ... ऐसी बातें ना बना ....कि हम लुट

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तुम तो ठहरे परदेशी...

तुम तो ठहरे परदेशी...

💃तुम तो ठहरे परदेसी , साथ क्या निभाओगे .... आंखों में हजार सपने देकर , कल को चले जाओगे ....! 🕺आए हैं बहार बनकर , तुझे भी ले जाएंगे .... थोड़ा सब्र कर , तुझे दुल्हन हम बनाएंगे...! 💃 ऐसी ख्वाब ना दिखा... कि टूट जाए ... ऐसी बातें ना बना ....कि हम लुट

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💔💔 दरवाज़े 💔💔

💔💔 दरवाज़े 💔💔

नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 अंदाज -ए - जिंदगी बदल गई रंगों की अहमियत बदल गई ! हुआ करती थी रंग बिरंगी दरवाजे जो रिश्तो में हजारो रंग भर जाती थी ! अब शीशे के दिलों की तरह दरवाजे भी शीशे के हो गए ! एक ठोकर क्या लगी रिश्ते - दरवाजे दोनों टूट गए ! शीशे के

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💔💔 दरवाज़े 💔💔

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नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 अंदाज -ए - जिंदगी बदल गई रंगों की अहमियत बदल गई ! हुआ करती थी रंग बिरंगी दरवाजे जो रिश्तो में हजारो रंग भर जाती थी ! अब शीशे के दिलों की तरह दरवाजे भी शीशे के हो गए ! एक ठोकर क्या लगी रिश्ते - दरवाजे दोनों टूट गए ! शीशे के

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Archana Singh के लेख

🌺 मिट्टी का शरीर 🌺

30 सितम्बर 2021
4
2

<div> मिट्टी का शरीर मिट्टी में मिल जाएगा ,</div><div>घमंड तुम्हें किस बात का है ,</div><div>कर

ऐ मेरे हमनवां...

26 सितम्बर 2021
2
1

<div>ऐ मेरे हमनवां </div><div>एक वादा ले ले </div><div>मेरे हाथों में सदा तेरा हाथ र

पछतावे मे ...

26 सितम्बर 2021
1
1

<div>जिंदगी शायद तुझे मैं समझ ना पाई,</div><div> तभी तो नींद में सो गई !</div><div>आंखें खुली ज

" आँखे "👁️👁️

16 सितम्बर 2021
7
2

<div>नमस्तें दोस्तों 🙏🙏</div><div><br></div><div>आज का शीर्षक मैंने <b>आँखे </b>रखी है

कोई मोल नहीं....

15 सितम्बर 2021
6
9

<div>कितने दूर निकल गए हम....</div><div> रिश्तो को निभाते - निभाते .. !</div><div><br></div><di

" अभियंता दिवस " 🙏🙏

15 सितम्बर 2021
6
0

<div>नमस्तें दोस्तों 🙏🙏</div><div><br></div><div> आप सभी दोस्तों को "अभियंता दिवस " (इंजीनियर

🍁अमावस्या 🍁

13 सितम्बर 2021
8
2

<div>यूं तो कई बार आए - गए तेरे शहर से ,</div><div> पर यूं पैरों में जंजीर सी ना लगी ...!</div>

💕💕 ग़ज़ल💕💕

12 सितम्बर 2021
5
2

<div>बिसरी आस , बिखरे विश्वास ....</div><div>बिन बोए , ना कोई जड़....</div><div> ना कोई शाख ...।

💕 इंतजार 💕

12 सितम्बर 2021
4
0

<div>दिल को दरिया बनाए ....</div><div>आंखें बिछाए बैठी हूंँ ..!</div><div><br></div><div>वो लौ

मैं खुश हूँ....💕💕

11 सितम्बर 2021
5
2

<div>आज मैं तनहाई में भी खुश हूंँ ....</div><div>जिसे पा ना सकी....</div><div> उसकी जुदाई में भ

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