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ATISH के बारे में

मैं हिंदी,अंग्रेजी और उर्दू में गीत, कविताएं व ग़ज़ल कहने का शौक़ रखता हूँ।

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ATISH की पुस्तकें

💐रंग-ए-तमन्ना💐

💐रंग-ए-तमन्ना💐

उर्दू ग़ज़ल का ये पहला गुलदस्ता आप दोस्तों की महफ़िल में रखता हूँ इस उम्मीद के साथ कि आप हमारी हौसला अफ़जाई ही नहीं करेंगे बल्कि हमारी कमियों को भी ज़रूर बतायेंगे। वो गुलाबी होंठ आंखें ..झील सी गहरी नशीली, वो हसीं सरगोशियां कातिल नज़र बातें रसीली। आसमा के

12 पाठक
52 रचनाएँ
4 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 6/-

💐रंग-ए-तमन्ना💐

💐रंग-ए-तमन्ना💐

उर्दू ग़ज़ल का ये पहला गुलदस्ता आप दोस्तों की महफ़िल में रखता हूँ इस उम्मीद के साथ कि आप हमारी हौसला अफ़जाई ही नहीं करेंगे बल्कि हमारी कमियों को भी ज़रूर बतायेंगे। वो गुलाबी होंठ आंखें ..झील सी गहरी नशीली, वो हसीं सरगोशियां कातिल नज़र बातें रसीली। आसमा के

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💐वेदनाओं की वीथिका💐

💐वेदनाओं की वीथिका💐

हिंदी के प्रथम काव्य संग्रह को आप सभी सुधि पाठकों के मध्य रखते हुए आग्रह करना चाहूंगा कि काश! हमारे इस प्रयास में हमारे हमसफर हो सकें- चलो तह को जी लें फज़ीहत से पहले। शव-ए-ग़म तो पी लें नसीहत से पहले।। वो शहर-ए-चरागाँ ..वो जोश-ए-तमन्ना। कई जांनशीं थे

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💐वेदनाओं की वीथिका💐

💐वेदनाओं की वीथिका💐

हिंदी के प्रथम काव्य संग्रह को आप सभी सुधि पाठकों के मध्य रखते हुए आग्रह करना चाहूंगा कि काश! हमारे इस प्रयास में हमारे हमसफर हो सकें- चलो तह को जी लें फज़ीहत से पहले। शव-ए-ग़म तो पी लें नसीहत से पहले।। वो शहर-ए-चरागाँ ..वो जोश-ए-तमन्ना। कई जांनशीं थे

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ATISH के लेख

हम देख रहे हैं........होने तक,

27 अक्टूबर 2022
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हम देख रहे हैं........होने तक,इस बिंदु से अंतिम कोने तक।।हम देख रहे हैं भाई की.........भाई से बगावत होने तक,ग़म पर हंसते चश्मों के तले आँसू की लगावट होने तक।हम देख रहे हैं उसको भी...परदे से उतर कर

💐आतिश हूं फकत तस्कीन-ए-सफर,💐

14 फरवरी 2022
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आतिश हूं फकत तस्कीन-ए-सफर,तस्वीर ए मुहब्बत .........रखता हूं।मैं उसको नज़र ........में रखता हूं।।...मैं उसको................................✓आया जो ............चमन में बेपर्दा,कलियों की हसी.... खो सकत

💐ऐ हक़ीक़त तेरे अंदाज़ पे रोना कैसा,💐

14 फरवरी 2022
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ऐ हक़ीक़त तेरे............ अंदाज़ पे रोना कैसा,ये फिसलते हुए-कल ....आज़ पे रोना कैसा।।ऐ हक़ीक़त तेरे.....................................उम्र-ए-रफ्ता से न जाए जो....गमों का मौसम,फिर किसी गर्दिश-ए-आगाज

💐वो रो दिया था मुझसे कल... 💐

14 फरवरी 2022
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वो रो दिया था मुझसे...कल बात करते करते,कुछ भी न कहने पाया ..अंजाम करते करते।वो रो दिया...........................करते करते*जिंदा ही कब थे उसके....जज्बात बेहतरी के,वो थक गया था बेशक असफ़ार करते करते।वो

💐वो दरिया-आे-दिल याद बेशक रखेंगे,💐

14 फरवरी 2022
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वो दरिया-आे-दिल याद बेशक रखेंगे,जो अहद-ए-वफा में वो बरसात होगी।वो दरिया-आे-दिल ....................✓कोई चश्मेवर .........नाज़ बेशक करेंगे,जो आब-ए-आइना.. में वो ज़ात होगी।वो दरिया-आे-दिल ..............

💐हमने कुछ पाया तो क्या पाया..💐

14 फरवरी 2022
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हमने कुछ पायातो क्या पाया,अजी खोया बहुत, हो के बेकश दिल मेरा तन्हाई में,.....रोया बहुत।हमने कुछ पाया तो.....................…...........मैं मजे में हूं ........यही दुनियां को बतलाता रहा, यूं

💐ऐ दिल ये तो बता इस दिल को....💐

14 फरवरी 2022
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ऐ दिल येतो बता इस दिल को समझाने कहां जाएं, कोई सुनता नहीं तो दिल के .अफसाने कहां जाएं।ऐ दिल....................................................बनाया जिनको था रहबर वो चोरों के सखी निकले, मगर

💐मन के आंगन सजी गम की बारात हैं।💐

14 फरवरी 2022
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मन के आंगन सजी गम की बारात हैं।सोया सोया सनम .....सोई सी रात है। मन के आंगन............................✓सुबह होते ही सब .....छूट जाने को है, कोई सपना है फिर ....टूट जाने को है।रोक दे वक्त को

💐गम आशना है,शाम है,मय और जाम है💐

14 फरवरी 2022
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गम आशना है, शाम है, मय और जाम है। ऐसे में हम नहीं, ना सही, लव से काम है।गम आशना है..................................तोहमत हयात ए बज़्म,सितम, मेरे नाम है। फिर है मेरे करीब क

💐मेरी नाकामियां जख्में ज़िगर...💐

14 फरवरी 2022
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मेरी नाकामियां .....जख्में ज़िगर भरने नहीं देती, शिकस्ता पैरहन की ..धज्जियां करने नहीं देती।मेरी नाकामियां....…..................................मेरे मुंह से निवाला छीन कर ..अच्छा है वो कैसे?&nbs

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