कट्टी बट्टी से साउ आसून गीत: यह शंकर महादेवन और रसिका शेखर द्वारा शंकर एहसान लॉय द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। साउ आसून के गीत खूबसूरती से कुमायर द्वारा लिखे गए हैं।
कट्टी बट्टी (Katti Batti )
सौ आसूँ की लिरिक्स (Lyrics Of Sau Aasoon )
सौ आसूँ रोये दो ाखियाँ सौ आँसू रोए दो ाखियाँ मारा है जिन्हे नीदो ने कभी न सोये वो ाखियाँ
दिल का मुसाफिर बात न माने मुद-मुद देखे रस्ते पुराने जिद्द छोड़ते ही नहीं देख रहा है कांच के सपने एक न एक दिन हैं जो तिड़कने इश्क़ में टूटी चीज़ें जग में कोई जोड़ता ही
सौ आसूँ रोये दो ाखियाँ सौ आँसू रोए दो ाखियाँ मारा है जिन्हे नीदो ने कभी न सोये वो ाखियाँ वो ाखियाँ
जाने वाला जाने नहीं जाने से उसस्के जान गई आते जाते फिर वो दिखे पालकों ने छाने मोड़ कई गुज़रा हुआ पल गुज़रा नहीं उस्का लगा रंग उतरा नहीं होंठों से छूटी नहीं ग
सौ आसूँ रोये दो ाखियाँ सौ आँसू रोए दो ाखियाँ मारा है जिन्हे नीदो ने कभी न सोये वो ाखियाँ
कैसे कोई रोके भला हाथ लक़ीरें छोड़ गयी लाखों दिल के टुकड़े किये धड़कन को भी तोड़ गयी कभी ठहरेगा दर्द कही कोई गुंजाइश दिखती नहीं चंदा बिन दिया न लगे जले क
सौ आसूँ रोये दो ाखियाँ सौ आँसू रोए दो ाखियाँ मारा है जिन्हे नीदो ने कभी न सोये वो ाखियाँ
सौ आसूँ रोये.. सौ आसूँ रोये दो ाखियाँ सौ आँसू रोए दो ाखियाँ सौ आँसू रोए.. मारा है जिन्हे नीदो ने कभी न सोये वो ाखियाँ