लेखक की कलम से जन्म से हर बच्चा में कुछ न कुछ गुण होता है बच्चा जन्म से प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन जैसे ही उम्र बढ़ता जाता है परिवार , समाज, शिक्षालय उसके गुणों व विकास में वृद्धि की सहायता तो करते हैं लेकिन बड़े होने पर उसमें वह प्रतिभावान नहीं होता
जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित चयन परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। इस परीक्षा को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (ज.न.वि. चयन परीक्षा) कहा जाता है। यह चयन परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं लिखित रूप में होती है
कबीर दास जी की वाणी में अमृत है। उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से समाज की कुरीतियों पर प्रहार करने का कार्य किया है। कबीर दास जी मुख्य भाषा पंचमेल खिचड़ी है जिसकी वजह से सभी लोग उनके दोहों को आसानी से समझ पाते हैं। जब भी दोहे शब्द सुनाई देता है, तो सब
'कुरुक्षेत्र' का प्रतिपाद्य यही है कि मनुष्य क्षुद्र स्वार्थों को छोड़कर, बुद्धि और हृदय में समन्वय स्थापित करे तथा प्राणपण से मानवता के उत्थान में जुट जाए। युद्ध एक विध्वंसकारी समस्या है, जिससे त्राण पाने के लिए क्षमा, दया, तप, त्याग आदि मानवीय मूल्
यह एक ऐसे दोस्तों के समूह की कहानी हैं जिसमें सभी अपने भाई, बहन से दूर हैं और दुखी हैं ! किसी की दुरी जीवन मरण की हैं ,किसी की मन मुटाव की, किसी की जमीनी दुरी हैं ! वह सब बहुत उदास होते हैं , और अचानक कुछ ऐसा होता हैं की सब खुश हो जातें हैं ! क्या आ
सच्ची बातें किताब में आज के समाज की सचाई हैं
आधिकारिक तौर पर अगर कोई 'व्यक्ति या संस्था विशेष' किसी रचना को अपने उपयोग में लाना चाहता है तो उस रचना के मालिकाना हक रखने वाले से उन्हें लिखित अनुमति लेना जरूरी होगा।
भारत भारती, मैथिलीशरण गुप्तजी की प्रसिद्ध काव्यकृति है जो १९१२-१३ में लिखी गई थी। यह स्वदेश-प्रेम को दर्शाते हुए वर्तमान और भावी दुर्दशा से उबरने के लिए समाधान खोजने का एक सफल प्रयोग है। भारतवर्ष के संक्षिप्त दर्शन की काव्यात्मक प्रस्तुति "भारत-भारती
आत्म-विकास के साथ-साथ लोक-कल्याण अर्थात मानव-कल्याण ही जयोतिष विद्या के विकास के मूल में विद्यमान माना गया है। इसमें माना गया है कि ग्रह वास्तव में किसी जातक को फल-कुफल देने के निर्धारक नहीं हैं बल्कि वे इसके सूचक अवश्य कहे जा सकते हैं। यानि ग्रह किस
यूपीएससी परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणामस्वरूप सभी को सफलता की मनोभाव होते हैं बस न गम करना अगर सफलता न मिले प्रयास करते रहना चाहिए जीवन को खुशहाल बनाना चाहिए बस हमारे प्रयासों से हम किसी न किसी क्षेत्र में सफल होंगे वही हमारा अधिकार है।
कॉपीराइट क्या होता है? लेखन से इसके क्या संबंध हैं? अपवादों को किनारे करें तो कॉपीराइट का आसान मतलब है की किसी 'रचना विशेष' पर किसी 'व्यक्ति विशेष' का खास अधिकार होना। आज यहां हम लेखन में कॉपीराइट का मतलब समझाएंगे। इस्तेमाल के लिए लिखित अनुमति जरू
एक औरत अपने पति से झगड़ा कर रही थी और उससे पैसे मांग रही थी । वो कह रही थी कि तुम्हारे कामाने से क्या फायदा । रोज तो तुम दारू पीकर और जुआ खेल कर पैसा बरबाद कर देते हो । घर में कुछ भी नहीं हैं , मैं अपने बच्चे को क्या खिलाऊंगी । कम से कम उस बच्चे के ब
आजकल हम मन भावों में सच और हकीकत के एहसासों को सहयोग करना है
अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) पूरे विश्व में 12अगस्त को मनाया जाता है। पहली बार सन २००० में इसका आयोजन आरम्भ किया गया था। स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के साथ साथ देश में हम युवाओं को जगाएं
आज सबने योगदान दिया है ... किसी ने DP लगाकर तो किसी ने कुछ Post डालकर ... ये भी कोई कम बात नहीं है ... एक साथ दो चेहरे लेकर घुमना ... सब कोई व्यस्त है .....
इस किताब में आपको मेरी कुछ रचनाओं का संकलन मिलेगा मैने इस पुस्तक में अपना परिचय , प्रेम, वियोग, फिर खड़े होकर लडना, वैराग्य और बुढ़ापे तक के जीवन की कल्पना करके लिखा है आशा है आप सब को पंसद आएगी और सबसे महत्वपूर्ण मेरे आराध्य श्री राम के लिए भी कुछ
जहाँ तक इस नाटक का प्रश्न है तो चन्द्रावली एक स्त्री पात्र प्रधान नाटिका है जिसका मूल स्वर प्रेम और भक्ति है | इसमें सूर, मीरा, रसखान जैसे कवियों के भक्तिकाव्य का आनंद मिलता है। 'चन्द्रावली' को रासलीला के लोकनाट्य रूप में लिखा गया है ।
यह पुस्तक केवल ज्ञान को दर्शाता है इसका केवल यही मतलब है