मोहब्बत का महीनामोहब्बत में जान क़ुर्बान कर गये !वो अपनी पूरी ज़िंदगी, देश के नाम कर गये !नहीं सोचा बच्चों का , पत्नी को बेसहारा छोड़ गये !कहते हैं मोहब्बत इसे, अंतिम साँस तक लड़ गये !ह
राजा की समझदारी एक दिन एक किसान अपने खेत के लिए पानी की तलाश कर रहा था, तभी उसने अपने पड़ोसी से एक कुआँ खरीदा। हालांकि पड़ोसी बहुत चालाक था। अगले दिन जैसे ही किसान अपने कुएँ से पानी
शुभ प्रभात कितना अपनापन लिए लगती थी प्रातः काल की वह बेला, जब सूर्योदय से पूर्व ही नित्य मेहरू का सुदूर गाँव से शुभ प्रभात सन्देश सु
तालियाँइस समय विद्यालय में गणतन्त्र दिवस समारोह के लिए सभी बच्चे और शिक्षक बड़े जोर-शोर से तैयारी में लगे थे। घर जाकर सभी अपने-अपने रोल का रिहर्सल करते थे। कोई बच्चा राजा, कोई अनपढ़, कोई सिपाही, कोई ज
तोता और मैना की कहानीएक बार की बात है । एक जंगल में बड़े से पीपल के पेड़ पर एक तोता और मैना ने अपना बसेरा बना रखा था । हाल ही में बारिश का मौसम खत्म हो चुका था । कई जगह - जगह रास्तों, खेत - खलिहान, ता
लोमड़ी और मुर्गी की मजेदार कहानीएक बार एक जंगल में एक मुर्गी और लोमड़ी कहीं बाहर भोजन की तलाश में जा रही थीं । उन दोनों में गहरी दोस्ती थी । मुर्गी पेड़ पर चढ़ जाती और जैसे ही उसे लोमड़ी के अनुरूप कोई
बन्दर को मोबाइल की लतएक बार की बात है। एक बरगद के बड़े से पेड़ पर बन्दर अपने परिवार समेत रहता था। माता - पिता, पत्नी और चार छोटे बच्चे। इधर बन्दर और बन्दरिया, छोटे बन्दर को लेकर खाने - पीने के इन्तज़ाम
ईमानदार खरगोशएक समय की बात है, खरगोश नौकरी की तलाश में था। उसने फैसला कर लिया कि वह मेहनत की कमाई ही खायेगा, पर नौकरी मिलना आसान काम नहीं था। वह इधर - उधर भटकता रहा लेकिन उसे कहीं काम नहीं मिला। फिर भ
एक हाथी और छह अंधे व्यक्तिएक समय की बात है, एक गांव में छह अंधे व्यक्ति बड़ी खुशी के साथ आपस में मिल - जुल कर रहते थे। एक बार उनके गांव में एक वयस्क हाथी आया। जब उनको इस बात की जानकारी हुई, तो वो भी उ
1. खिलौना वालाएक खिलौने वाला ने अपने बेटे को खिलौना बनाने की कला सिखाने का निश्चय किया। वह बड़ा होकर खिलौने वाला ही बना। दोनों अब साथ में अपने खिलौनें बेचने बाजार जाते। पिताजी के खिलौने डेढ़ - द
अनीश की कहानी.... एक छोटे से प्यारे से गांव में एक छोटा - सा, साधारण - सा बच्चा रहता था। उस बच्चे नाम अनीश था । वो बहुत ही अच्छा बच्चा था। सदा दूसरों की सहायता करने के लिए सदैव तत्पर रहता था।&nbs
एक छोटे से गाँव में एक चिड़िया रहती । चिड़िया छोटे-बड़ो का सम्मान भी करती थी। चिड़िया बहुत ही प्यारी थी। वह हमेशा खुश रहती थी और अपने आसपास के सभी जानवरों से प्यार से रहती। एक दिन, चिड़िया पेड़ प
राजा और चिड़िया की कहानीएक राजा के विशाल महल में एक सुंदर वाटिका थी, जिसमें अंगूरों की एक बेल लगी थी। वहां रोज एक चिड़िया आती और मीठे अंगूर चुन - चुनकर खा जाती तथा अधपके व खट्टे अंगूरों को नीचे गिरा द
हवा और सूरजएक बार हवा और सूरज में बहस छिड़ी। हवा ने कहा मैं तुमसे अधिक बलवान हूं। सूरज ने कहा नहीं, मैं तुमसे अधिक बलवान हूं। उसी समय वहाँ से एक आदमी जा रहा था, उसने एक शॉल लपेटी हुई थी। हवा ने उस आदम
शेर और चूहागर्मी का दिन था और एक शेर अपनी गुफा में झपकी ले रहा था। अचानक एक चूहा गलती से उसकी नाक पर चढ़ गया और शेर जैसे खतरनाक जानवर को जगा दिया। शेर को बहुत गुस्सा आया। शेर अपने पंजे के नीचे चूहे को
ऊंट और गीदड़ एक जंगल में ऊंट और गीदड़ रहते थे। वे पक्के मित्र थे। ऊंट सीधा - सादा तथा गीदड़ बहुत दुष्ट था। गीदड़ ने कहा, "कि पास में एक मीठे गन्ने का खेत है, आओ गन्ने खाने चलें।" ऊंट बोला, "अगर खेत के
लोमड़ी और कौवाएक समय एक लड़का पनीर खा रहा था, कि एक कौवा उड़कर कहीं से आया और लड़के के हाथ से पनीर का टुकड़ा झपट कर तेजी से एक वृक्ष के ऊपर जा बैठा, और मजे से पनीर खाने लगा। तभी एक लोमड़ी उधर से गुजरी
दो पड़ोसीएक गांव में दो पड़ोसी थे। दोनों में गहरी दोस्ती भी थी। दोनों के पास अपने - अपने बागान थे और वे उनमें तरह - तरह के फलों के पौधे उगाते थे। यही बागान उनकी जीविका के साधन थे। उनमें से एक पड़ोसी ब
10 संचारी रोगदस एकम दस, संचारी रोग रोको बस।दस दूनी बीस, मलेरिया, चेचक इसमें शामिल।।दस तिया तीस, डेंगू, डायरिया आते सामूहिक।दस चौक चालीस, सफाई रखो खालिस ।।दस पंचे पचास, रोकथाम का करो प्रयास।दस छंग साठ,
09 आत्मविश्वासनौ एकम नौ, खुद पर भरोसा करो।नौ दूनी अट्ठारह, इरादा मज़बूत हमारा ।।नौ तिया सत्ताईस, हिचको नहीं भाई।नौ चौक छत्तीस, सफलता हो सुनिश्चित ।।नौ पंजे पैंतालीस, सब होते प्रभावित।नौ छंग चौबन, सफल