एपीसोड 26 - आएशा और जीवन साथ साथ
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा था की जीवन आएशा को बेसब्र होकर ढूंढ रहा है, वैसे ही आकाश भी आएशा को ढूंढ रहा है। उसे हॉस्पिटल में आएशा नहीं मिलती, बल्कि उसे आएशा उसकी के घर के पास वाले सिद्धिविनायक मंदिर में होती है, जीवन को आदत होती है हर परेशानी में उसी भगवान के आगे हाथ जोड़ने की।
वैसे जीवन बहुत डर जाता है जब आएशा उसे नही मिलती, ना ही वो उसे किसी ओर के संग जाता देख पाता, क्योंकि अनजाने ही वो आएशा से बेइंतहा प्यार करता है, और ये बात उसने आएशा को बताई भी होती है,पर उसे पता ही नही होता की बेहोश होने से पहले आएशा ने ये सब सुना होता है।
जीवन आएशा से शादी करके उसे हमेशा के लिए अपने पास रखना चाहता था, पर उसके प्यार के ये मजबूरी होती है की ना चाहते हुए भी आएशा को अरुण से शादी करनी पड़ रही होती है।
जीवन को कुछ प्रॉब्लम नहीं होता अगर अरुण सच में आएशा से प्यार करता, एक अच्छे मकसद के उसके जिंदगी में होता, पर जैसा की जैनी ने बताया होता है की वो वो सिर्फ किसी गलत मकसद के साथ शादी कर रहा होता है।
शादी के बाद भी आएशा के परिवार वालो को वैसे ही वो सड़क पर भेज देनेवाला था, ये सब बाते जैसे ही आकाश, जैनी और जीवन जानता था वैसे ही ये बात आएशा भी जानती थी, अरुण के मुंह से सब सुन लिया था।
अरुण क्योंकि उसका अच्छा दोस्त था इसलिए उसे अरुण के इस बर्ताव से बेहत बुरा लग रहा था, इसलिए वो भगवान के मंदिर में आकर बैठ गईं थी, सबसे दूर जाकर कुछ देर के लिए वो सबसे दूर अकेली रहना चाहती थी।
पर जीवन भी उसी जगह भगवान से प्रार्थना करने के लिए आया था की आएशा जहा भी हो ठीक हो और जल्द मिल जाए, जैसे ही उसे आएशा मंदिर के एक कोने बैठी दिखाई देती है, वो उसके भाई आकाश को मैसेज कर देता है।
क्योंकि जब वो रजिस्ट्रार ऑफिस में होता है और कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के कागज पर जीवन ने और आएशा ने साइन किया था, जब की उसे पता भी नही था की उसने कैसे साइन किया। इसलिए शायद जीवन को लगा की आएशा उसे देख नाराज होकर यहां से भी कही दूसरी जगह ना चली जाए।
पर जब जीवन के गले लगकर आएशा ने रोते हुए सब बताया तब जीवन भी बेहत हैरान हो गया। पर जब वो थोड़ी संभल गई, तब उसे ध्यान आया की जीवन ने भी उसके साथ यही किया था।
जैसी ही वो जाने के लिए निकले वैसी ही जीवन ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोक दिया, बड़ी जिद्दी है आएशा खुद के मन का तो सब बोल दिया पर जीवन के कुछ सोचने के लिए वो तैयार ही नहीं थी।
पर सच में वो जिस हालात में थी उसे अकेला छोड़ना खतरे से खारी नही था, इसलिए जीवन ने उसको रोक दिया, पर वो मनाने के लिए तैयार ना थी, तो हाथ पकड़ कर वो उसे पास के मंदिर में लेकर गया।
एक वक्त उसी मंदिर में आएशा के ख्वाब के सुनने पर वो कितना गुस्सा हो गया था, तब उसे बिल्कुल भी फरक ना पड़ता था की आएशा को बुरा लगता है या नहीं उसका दिल दुखाया है या या नही, और आज का दिन उसी कमरे में है दोनों, पर आज जीवन आएशा को हर मुश्किल से दूर रखना चाहता है, जब की उसे पता भी नही उसके इस प्यार के बदले उसे प्यार मिलेगा या नफरत।
पर जैसी ही वो बताता है की अगर वो चाहे तो वो डायवोर्स पेपर पर साइन कर देगा, उसकी जिंदगी बचाने के लिए ही उसने ये पेपर बनाए थे, पर उसने ये नही बताया की आकाश भी उसके साथ मिला हुवा था।
वो और कुछ बोलता इससे पहले उसके मोबाइल पर आकाश का फोन आ गया, आकाश को जीवन ने वही रूम में बुलाया, जब आकाश को आएशा ने देखा तब अभी जो खामोश हुई थी, फिर रोने लगी।
आकाश ने उसके पास जाकर चुप कराया, जैसी वो जैनी के आंखो में आसू नही देख सकता था, वैसे ही वो आएशा को भी दुखी कभी नही देख सकता था, मालूम था जब आयशा जानेगी की जीवन के साथ वो भी था उसकी झूठी शादी करवाने के पीछे, तब वो गुस्सा होकर शायद उसको छोड़ कही ओर रहने चली जायेगी, इसलिए तो जीवन भी उसको पूरा सच नहीं बता रहा था।
जीवन ने बताया की अरुण का पूरा सच आएशा जानती है, तो आकाश ने कहा अरुण को भी वैसे ही फसाना होगा जैसी की आएशा के पापा को उसने अपने मीठे लफ्ज़ के जाल में फसाया था, और उनको बरबादी के कगार पड़ लाकर खड़ा कर दिया।
अब आएशा और जीवन को साथ रहकर भी झगड़ने की एक्टिंग करनी थी, और उसका साथ देना था आकाश को भी, उन्हे प्रॉपर प्लानिंग के साथ डील करनी थी क्योंकि अरुण बेहत चालक था और अगर उसे जरा सा भी संदेह होता तो वो आएशा के घरवालों के साथ क्या करे वो ही जाने, पर आज का दिन बहुत हेक्टिक था तो वो कल यही मिलने का तय करके आएशा को लेकर आकाश अपने घर जाने के लिए निकला, तब अचानक कुछ बदल गया था जीवन के लिए, पर क्या जो बदला था सिर्फ जीवन के लिए या फिर आएशा के लिए भी कुच बदल गया था, जीवन ने तो आकाश के कहने पर मैरिज पेपर पर साइन किया था और क्यूंकि रजिस्ट्रार आकाश का दोस्त था तो उसने सब मैनेज किया था।
आएशा आकाश के घर तो चला गई पर रात भर उसको नींद नही आई बस वो यही सोच रही थी की आखिर अरुण की क्या दुश्मनी थी आएशा से या उसके पापा से यही बात उसको समझ नही आ रहा था।
माना की उसके साथ उसका भाई था आकाश पर आकाश जीवन के साथ मिलकर जो भी प्लान कर रहा था अगर कही किसी गलती की वजह से ना कामयाब हो पाया तो वहा दूर विदेश में यानी की लंदन में बैठे अपने पापा को कैसे संभालेगी, और अब तक इतना वक्त गुजार कर भी वही थी जहा वो इंडिया आने से पहली थी।
हा उसे कुछ कुछ सबूत मिले थे, उसके पास कुछ कुछ इनफॉर्मेशन थी, उसका हर एक रास्ता जिस जीवन के पास आकर रुकता था या फिर जीवन से ही होकर गुजरता था उस जीवन ने भी वो कागज साइन किए थे, जिसके होते हुऐ वो जीवन की पत्नी बन गई थी।
अरुण को उसके पापा ने चुना था जब की ना तो वो अरुण से इंगेजमेंट, ना ही शादी करना चाहती थी, पर फिर भी अपने पापा के लिए राजी ही गई। अरुण आएशा से इंगेजमेंट इसलिए करना चाहता था की वो आएशा के पापा के करीब जाकर उनका सब कुछ उनसे छीन सके, और अब अरुण इसलिए इंडिया आया था की वो अपने पापा से बेहत प्यार करता था और किसी भी कीमत पर अपने पापा को कुछ होता हुवे नही देख सकता था।
यहां जीवन ने इसलिए शादी कर दी थी की वो उससे प्यार करता था और जैसा कि उसने कहा था की वो उसे अरुण से बचाना चाहता था, पर आएशा ये सोच के हैरान और काफी परेशान थी, दोनों ही उसके अच्छे दोस्त थे, फिर भी अपना मकसद पूरा करने के लिए उसको धोखा दिया जा रहे थे, हर एक के चेहरे के पीछे एक और चेहरा था, उसे पता ही नही चल रहा था की वो किस पर यकीन करे और किस पर नहीं।
जिदंगी आएशा की थी पर उसके लिए हर एक फैसला कोई और उसके जानकारी के बैगर करे जा रहा था कोई उसको ये नही पूछ रहा था की आखिर वो क्या चाहती है, उसकी परेशानी समझाने की वजह हर कोई मिलकर उसे बढ़ने पर लगा था।
क्या पता की जीवन भी अरुण के जैसा कुछ पाने के लिए आएशा के साथ अच्छाई का नाटक तो नहीं कर रहा है ना, इसलिए उस पर भी वो यकीन नही करना चाहती थी।
क्या सच में वो सही को गलत और गलत को सही समझने की गलती फिर से कर रही थी, जो जीवन उसे प्यार करता था क्या वो आएशा का हमसफर हो पाएगा। उसके परिवार को अरुण से बचा पाएगा, या फिर उसकी कोई ऐसी चीज होगी जो आगे चलके आयशाई लिए मुसीबत खड़ी करेगी।
क्या करेगी आखिर आएशा, आकाश के साथ मिलकर क्या वो कल जीवन के पास जाएगी या फिर वो जीवन से अलग होकर कोई सोना अलग रास्ता तलाश लेगी।
क्या आकाश आएशा को अपने प्लान पर अमल करने के लिए मना पाएगा, वो बता पायेगा जीवन एक अच्छा लड़का है, और वो ही उसकी मदद कर पाएगा,
या फिर आएशा जीवन पर यकीन करे उसके लिए आकाश को अपना सच उसे बताना होगा, और अगर उसने ऐसा किया तो क्या उसका जैसे दोस्त पर से यकीन हट गया वैसे ही उसका यकीन भाई के रिश्तों पर से भी टूट जाए।
आखिर इस मोड़ पर आएशा जीवन और आकाश तीनों क्या एक साथ आते है, क्या फैसला लेते है तीनों मिलकर। क्या जीवन पर यकीन के साथ प्यार भी कर पाएगी। देखते है कल के एपिसोड में
" दो चेहरे - प्यार या धोखा।"