अंकित मिश्रा
अंकित मिश्रा कुंडा, प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) के एक छोटे से गाँव किलहनापुर के रहने वाले हैं। जीविकोपार्जन लिए ग्रामीण बैंक में अधिकारी पद पर कार्यरत है। सवा छः प्रेम इनकी पहली किताब है और शायद इसीलिए इसे पहली किताब जैसा खास बनाने के लिए इसको लिखने में आठ साल लगा दिए। हो सकता है। कि किताब पढ़ने के बाद आप कहानी को लेखक की जिन्दगी से जोड़ें तो इसका सच स्वयं बताएँगे। इनसे बातचीत करने के लिए आप उन्हें चिट्टियाँ लिख सकते हैं या फिर उनके सोशल मीडिया के पूछताछ केंद्र पर भी संपर्क कर सकते है।
सवा छः प्रेम
जरा सोचिये क्या होगा अगर आपके पत्ते पर किसी ऐसे व्यक्ति की चिट्टी आ जाये . जिसे आप जानते ही ना हो। शायद आप इसे नजरंदाज कर देंगे लेकिन फिर दूसरी चिठ्ठी आगे पर एक वार को आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे क्या होगा अगर आप उन दोनों चिट्ठियों का जवाब लिख के भे
सवा छः प्रेम
जरा सोचिये क्या होगा अगर आपके पत्ते पर किसी ऐसे व्यक्ति की चिट्टी आ जाये . जिसे आप जानते ही ना हो। शायद आप इसे नजरंदाज कर देंगे लेकिन फिर दूसरी चिठ्ठी आगे पर एक वार को आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे क्या होगा अगर आप उन दोनों चिट्ठियों का जवाब लिख के भे