हमें दुनिया से क्या मतलब मदरशा है वतन अपना किताबो में दफ्न् हो जायेगे वरक होगा कफन् अपना । (्वरक् - पेज मदरशा - स्कूल )
काव्यमंच किताब मैंने सभी लोगों के दिल की मनोभावनाओ को ध्यान में रखते हुए लिखी हैं। सभी रीडर्स की उत्सुकता को ध्यान में रखकर आगे भी बहेतरीन कविताएँ लिखूँगा। धन्यवाद 😊🙏
यूँ तो निरंतर प्रवाहित होती विचार सरिता है किन्तु जो आपके अंतर को भिगो जाये वही कविता है ।......
चोको जो मुझे शादी के बाद पतिदेव से सौगात के रूप में मिली. घर में अकेली चौपाया जंतु , पर मर्म समझने में उसकी कोई सानी नहीं. उसके साथ बिताये कुछ पल ... शब्दों में