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मन की बातें (कहानी संग्रह)

Monika Garg

12 अध्याय
1 लोगों ने खरीदा
111 पाठक
26 अप्रैल 2022 को पूर्ण की गई
ISBN : 0

मन से लिखी ,मनो मे घर करने वाली कहानियां। 

man ki baten kahani sangrah

0.0(31)


'हमारे समाज की आस-पास घटित होने वाली घटनाओं को लेकर बहुत ही सार्थक व प्रेरक कहानियों का संग्रह है'- मन की बातें मोनिका जी ने बहुत ही सरल शब्दों के माध्यम से कहानी का सन्देश साधारण जन मानस तक पहुंचाने का जो प्रयास किया है, वह सराहनीय व अनुकरणीय है हार्दिक शुभकामनाओं सहित


बहुत खूबसूरत


बहुत खूब


Very nice!!


Bahut hi khubsurat likha hai aapne 👍👍

पुस्तक के भाग

1

ऐसा विवाह

30 दिसम्बर 2021
43
10
12

<div align="left"><p dir="ltr">यह कहानी लिखते हुए मै किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नही पहुचाना चाहत

2

जनाजा किस्म किस्म

2 जनवरी 2022
15
6
7

<div align="left"><p dir="ltr">मौत एक शाश्वत सत्य है।जिस से मुंह नही फेरा जा सकता ।ऐसा लगता है जैसे जिंदगी एक रेलगाड़ी है जिन का स्टेशन आ गया वो उतर गया।और नये बंदे रेलगाड़ी मे चढ़ गये<br> हमारी जिंदग

3

कड़वा सच

11 जनवरी 2022
16
7
3

सीमा आज जब बच्चो को स्कूल की बस मे बैठा कर घर की ओर आ रही थी तो अचानक से किसी के जोर जोर से रोने से उसका ध्यान भंग हुआ।उसने देखा वह जिस गली से गुजरती थी बच्चो को स्कूल छोडने।उसी के एक घर से रोने

4

रोज़ा

6 अप्रैल 2022
17
7
5

अल्लाह हू अकबर अल्लाह हू अकबर ।"नमाज का वक्त हो चला था चारों तरफ से अजान की आवाज आ रही थी।रहमत मियां अपने घर की ओर बढ़े जा रहे थे। प्यास के मारे गला सूखा जा रहा था आज उनका बीसवां रोजा था।पर अपने धर्म

5

मैं कहां बलवान

7 अप्रैल 2022
10
4
3

घर मे शादी का माहौल था । दुल्हा तैयार हो रहा था । बैण्ड बाजा सब तैयार था बस इंतजार था तो पहलवान ढोलवाले का।आस पास के सभी गांव मे उसके ढोल के बगैर कोई बारात नही निकलती थी वो बजाता ही ऐसा ढोल था कि जिसे

6

मेहंदी मेरे नाम की

9 अप्रैल 2022
10
5
2

सलमा बला की खूबसूरत थी नाक नक्श भगवान ने फुर्सत मे गढ़े थे उसके ।तीखी नाक मे हीरे की नथनी कमाल लगती थी ऊपर से रंग या अल्लाह! ऐसा था जैसे किसी ने दूध मे केसर घोल दी हो ।कटीला बदन और ऊपर से जब कमर को बल

7

फरेब है इन आंखों मे

13 अप्रैल 2022
13
8
1

चंदा को ना जाने क्यों आज सुंदर की याद आ रही थी।वह जानती थी कि वो दिल फेंक आशिक था पर था तो उसकी बेटी का पिता ।आज अचानक से वो पुरानी यादों मे खो गयी।वो पहाड़ों पर घर का चुल्हा जलाने के लिए लकड़ियां बीन

8

मोहे उस घर ना दीजो ... मां

14 अप्रैल 2022
9
7
0

सुमी अरी ओ सुमी ! कितनी देर और लगेगी तैयार होने मे लड़के वाले कभी भी आ सकते है।"मां ने नीचे से ही सुमी को आवाज लगाई ।इधर सुमी तैयार तो कभी की हो गयी थी पर उसे नीचे आते हुए डर लग रहा था उसके पैर कांप र

9

घर का चांद

16 अप्रैल 2022
11
8
1

लाला गिरधारी लाल के पोते की अभी नयी नयी शादी हुई थी पांच पीढ़ियों से लाला जी के यहां लड़की का जन्म नही हुआ था गिरधारी लाल जी के पिता जी की भी कोई बहन नही थी ।हर साल पंडित आकर रक्षाबंधन पर राखी ब

10

ये कैसा मिलन

22 अप्रैल 2022
10
6
1

वंदे मातरम। वंदे मातरम ।जय हिंद।भारत माता की जय ।इन जयघोष से सारा आकाश गूंज रहा था। सोनपुरा कै लिए बड़े गर्व की बात थी आज उनकी माटी का लाल अपने देश पर न्यौछावर होकर अपनी बेजान शरीर को तिरंगे मे लपेटे

11

तबादला

26 अप्रैल 2022
9
4
1

तनु की शादी की बात चल रही थी । बड़ा ही अच्छा घराना था लड़का भी बहुत सुंदर और अचछे पद पर आसीन था पर तनु को वो रिश्ता मंजूर नही था। मां ने सोचा शायद कोई ओर है इसके मन मे जो इतना अच्छा रिश्ता ठुकरा रही ह

12

बाई सा (दीदी)

26 अप्रैल 2022
7
4
0

आज समर खाना खा कर लेटा तो दस वर्षीय उसका बेटा सोनू पापा से जिद करने लगा ,"पापा प्लीज कोई ऐसी बात बताओं जिसने आप को कभी बहुत डराया हो।"समर थका हुआ था सोई सोनू से बोला ,"आज नही फिर कभी अभी सोते है चलों

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