shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

मुल्ला नसरुद्दीन

बाल कहानियां

5 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
6 पाठक
7 अप्रैल 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

मुल्ला नसरुद्दीन के किस्सों में एक तरफ तो समूची शैली में शासकों द्वारा जनता के शोषण-उत्पीड़न और अधिकारियों की मूर्खता, लालच व बेईमानियों पर तीखे प्रहार हैं, तो दूसरी तरफ सीधे-सादे किसान, मज़दूर और आम जनता की ज़िन्दगी की कशमकश है, साथ ही निकम्मेपन, स्वार्थ, घमंड व अंधविश्वासों पर चोट भी। 

mulla nasruddin

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

खुशबू और खनक

1 फरवरी 2022
4
0
0

एक दुकान से मुल्ला नसरुद्दीन ने अपने लिए 2 तथा गधे के लिए 10 नान खरीदे, साथ ही भेड़ का भुना हुआ लज्जतदार गोश्त भी लिया। दरी में बैठकर नसरुद्दीन खाना खाने लगा। पास ही खड़ा उसका गधा भी नानों पर हाथ साफ

2

मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो

1 फरवरी 2022
1
0
0

मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो: मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी मुल्ला नसरुद्दीन एक सड़क से गुजर रहा था। शाम का समय था और अंधेरा उतर रहा था। अचानक उसे बोध हुआ कि सड़क बिल्कुल सूनी है, कही

3

रोटी क्या है?

1 फरवरी 2022
2
0
0

एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन पर राजदरबार में मुकदमा चला की वे राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं और राज्य भर में घूमकर दार्शनिकों, धर्मगुरुओं, राजनीतिज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में लोगों से

4

दावत

1 फरवरी 2022
0
0
0

ख़ुशी की बात यह है कि मुल्ला नसरुद्दीन खुद हमें यह कहानी सुना रहे हैं:- “एक दिन ऐसा हुआ कि किसी ने किसी से कुछ कहा, उसने किसी और से कुछ कहा और इसी कुछ-के-कुछ के चक्कर में ऐसा कुछ हो गया कि सब और यह ब

5

पेशगी थप्पड़

1 फरवरी 2022
1
0
0

एक बार मुल्ला नसरुद्दीन ने घर का काम-काज करने के लिए नौकर रखा। उसका मानना था कि तालाब से पानी भरकर लाना उस जैसे इज्जतदार आदमी के लिए अच्छा नहीं। एक-दो बार ऐसा भी हो चुका था कि पानी लेकर लौटते समय नसर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए