आती जाती लहरों की तरह भावनाएं भी उमड़ती घुमड़ती रहतीं हैं और जो भावनाएं शब्द बन लेखनी द्वारा उकेरा जाएं तथा जन मानस के हृदय को स्पर्श करें। जनमानस द्वारा दिया गया प्यार ही हम लेखकों का सुख सागर है जिसमें गोता लगा नया सृजन निकलता है।
आशीर्वाद प्रदाता - पूज्य गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म. सा.
कृष्ण को समझना है तो प्रेम करके तो देखो । विरह वेदना क्या होती है सह के दो तो देखो । प्रेम में मिलना सभी के लिए मुमकिन है, बिछड़ कर जीना क्या है कभी प्रेम करके तो देखो। प्रेम में वादे सभी करते हैं हमेशा, खामोशी में भी वियोग कितना है देखो। खत
रायपुर के मौदहापारा मे मुसलिम संगठनों व ब्राहमण पारा में हिन्दु संगठनों द्वारा बैठकें की जा रही हैं की कोकराझार आसाम में हुई घटना के बाद हमें किस तरह से प्रतिक्रिया देनी चाहिए ।
ढूढोगे अगर तो ही रास्ते मिलेगे मजिलो की फितरत है वे चल कर खुद नहीं आती ।
जोग ध्यान जप तप व्रत पूजा प्रेम बिना बिनसाई ।। हाव भाव रस रंग रीति बहु काव्य केलि कुसलाई।
इस पुस्तक में प्रतिदिन का पंचांग एवं राशिफल प्रेषित होगा।
इसमें पढ़ें - वास्तु टिप्स, व्रत एवं पर्व, धार्मिक लेख आदि के बारे में।
प्रभु श्री कृष्ण के परम भक्त भक्त शिरोमणि सेवाजी की एक कथा है ,
प्रस्तुत पुस्तक में आपको माता की स्तुति मिलेगी जो परम शक्ति को 10 महाविद्याओं योगिनी तथा नवदुर्गा को प्रसन्न करने हेतु प्रयुक्त की जाती है माता की स्तुतिअत्यंत सरल भाषा मे है और देवी के स्वरूप को प्रसन्न करने के लिए उपयोगी है जय माता की