डिजिटल इण्डिया का उद्देश्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में परिणत करना है।भारत में डिजिटल इंडिया के इस्तेमाल से विकास में गति आयेगी। हर क्षेत्र में सेवा से लोग इसके उपयोग की विधि को जानेंंगे इससे परिचित होंगे। यह घर बैठे आसानी से उपयोग की जाने वाली सेवा होगी। शिक्षा,चिकित्सा,व्यापार-उद्योग,बैंकिंग व यातायात आदि क्षेत्रों में डिजिटल सेवा से व्यापकता मिलेगी।
वित्तमंत्री सीता निर्मलारमण ने इस वर्ष के बजट को अमृतकाल बजट कहा है । ग्रामीण भारत विकास के लिए कई एलान किया है। गाँव में डिजिटल लाईब्रेरी को बढ़ावा दिया जायेगा। गाँव के किसानो को उन्नत तकनीक के इस्तेमाल के लिए डिजिटल ट्रेनिंग दिया जाएगा । सहकारी बैंको का कम्प्यूटरीकरण किया जायेगा।सहकारी सोसाइटी का डाटाबेस तैयार किया जायेगा।
डिजिटल इण्डिया के कई फायदे होंगे। समय की काफी बचत होगी।कैस लेश से भ्रष्टाचार में कमी आई है । बैंको में लेन देन आसान हो जायेगा। ज्यादा रकम निकाले व ले जाने की समस्या से निजात मिलेगी। सस्ते इंटरनेट हो जायेंगे। अन्य सेवाओ में सुविधा मिलेगी ।
सभी सुविधाएँ डिजिटल लाकर ई-शिक्षा ई-स्वास्थ्य ई- साईन ई-शॉपिंग राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल उपयोग में आने से इन क्षेत्रों में विकास तीव्र गति से होगा।
बच्चो के पाठ्यक्रम की पढ़ाई व लाइब्रेरी होने से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लाभ विद्यार्थियो को मिलेगा।ऐसे पुस्तकों का लाभ ऑनलाइन मिलेगा जो उसके पहुच के बाहर है।
डिजिटल इंडिया के लिए 4,795 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जो पिछले साल से 37% कम है।
इस प्रकार से भविष्य डिजिटल का होगा।