Dohavali of Ankhiyon Ke Jharokhon Se is sung by Jaspal Singh and Hemlata, its music are composed by Ravindra Jain.
अंखियों के झरोखों से (Ankhiyon Ke Jharokhon Se )
जो बड़ेन को लघु कहें नहीं रहीम घट जाए जो बड़ेन को लघु कहें नहीं रहीम घट जाए गिरधर मुरलीधर कहें कछु दुःख मानत नाही रहीमा कछु दुःख मानत नाही
ग्यानी से कहिये कहा कहत कबीर लजाये ग्यानी से कहिये कहा कहत कबीर लजाये अंधे आगे नाचते कला अकारथ जाए कबीरा कला अकारथ जाए
ऐसी बानी बोलिये मन का आपा खोए ऐसी बानी बोलिये मन का आपा खोए औरन को सीतल करे आपहुं सीतल होए कबीरा आपहुं सीतल होए
रात गंवाई सोय के दिवस गंवाया खाय रात गंवाई सोय के दिवस गंवाया खाय हीरा जन्म अमोल था कौड़ी बदले जाए कबीरा कौड़ी बदले जाए
तुलसी भरोसे राम के निर्भय होक सोये तुलसी भरोसे राम के निर्भय होक सोये अनहोनी होनी नहीं होनी हो सो होए रे तुलसी होनी हो सो होए
मेरी भव बाधा हरो राधा नागर सोये मेरी भव बाधा हरो राधा नागर सोये जा तनु की झाईं पड़े श्याम हरित दुति होय बिहारी श्याम हरित दुति होय
दुःख में सुमिरन सब करें सुख में करे न कोए दुःख में सुमिरन सब करें सुख में करे न कोए जो सुख में सुनिरान करे तो दुःख काहे को होये कबीरा दुःख काहे को होये
अवश्य ही हरसे नहीं नैनं नहीं सनेह अवश्य ही हरसे नहीं नैनं नहीं सनेह तुलसी कहा न जाइए चाहे कंचन बरसे मेह रे तुलसी कंचन बरसे मेह
बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिल्या कोए बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिल्या कोए जो दिल खोजा अपना मुझसे बुरा न कोए कबीरा मुझसे बुरा न कोए
रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाये रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाये टूटे से फिर न जुड़े जुड़े गांठ पड़ जाए रहीम जुड़े गांठ पड़ जाए
बिगड़ी बात बने नहीं लाख करो इनको बिगड़ी बात बने नहीं लाख करो इनको रहिमन बिगडे दूध को माथे न माखन होय रहीम माथे न माखन होय