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************* ये झूठे वादे किस बात के जब रूठोगे तुम हर बात पे ************** क़ुबूल है हमें वो मोहब्बत भी ज़ो अधूरी है हर चाहत में मोहब्बत ही मुक्कमल हो क्या ये ज़रूरी है
देश प्रेम है बातों में ये दिल से साले काले हैं इस देश के नेता समझ चुके हैं लोग़ तो भोले भाले हैं ये इतने हिम्मत वाले हैं कि करते रोज़ घोटाले हैं इस देश के नेता समझ चुके हैं लोग़ तो भोले