*इस धरा धाम पर मनुष्य के जन्म के साथ ही प्रकट हुई मनुष्य में जिज्ञासा | मैं कौन हूं ? कहां से आया हूं ? प्राणी दुखी क्यों होता है ? सुख कैसे मिलता है ? आदि आदि जिज्ञासायें मनुष्य में जन्म काल से ही प्रकट हुई | जन्म लेकर मनुष्य जैसे - जैसे विकास करता है उसके मन में तरह-तरह की जिज्ञासा प्रकट होती रहती