गैरो को गले लगाने वालो अपनो की दर्द भी सनझ लो पत्थर की पुजने वालो माता पिता को गले लगा लो उनकी अंतर्मन क्या कह रही अपनी दिलो से समझ लो दिल की तम्मना से सेवा की रतन जड लो साक्षात भगवान तेरे घर में रो रहे उनके उपकार को भुल न जाना यारो खुशी की लहर
ऐ जिंदगी नदान मत बन जो पल है ,खुशी से चल कब किया होगा किसको पता पथ में सम्भल के चल अपने बचे औरों को बचना गाडी की गति धीमें करके चल पागल हवा की झोको जैसी ना पते उडता चल पाँच मिनट के सफर क्यो उब कर चलते हो जिंदगी रेत की बुंदो जैसी मन मर्जी
इस दुनिया की नजरो से बच के हमें रहना है पर्वत और पहाडो से सबसे हमें कहना है ! यादो की बरसात से हमे आज भींगना है मेरे किमत की किस्मत भाग्य हमें निखरना है ! पत्थर से लुढकना सिखो हवा के साथ चलना सिखो पानी की धारो से सिखो सिर्फ आगे बढना है ! क
जिस तरह से अनुच्छेद 370 ने जम्मू और कश्मीर को विशेष अधिकार दिए थे, जिसे खत्म कर दिया गया है ठीक उसी तरह अनुच्छेद 371 भी अन्य राज्यों को कई तरह के विशेष अधिकार देता है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 371 से
सावित्री बाई फुले – नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता, देश की पहली महिला शिक्षिका की जयंती है आज, जानें उनके संघर्ष की कहानी
एक लड़के की स्कूल के जीवन का एक भाग है जिसमें वह एक लड़की को चाहता है।
आत्महत्या आखिर क्यो ? एक गांव में एक परिवार था मध्यम परिवार के थे व्यापार करते थे ! गांव में उनका नाम था अनेक पैसा व्यापार के लिए उधार लेते थे ! व्यापार भी अच्छा चलता था सगे सम्बधी उनसे अच्छा नाता रखते थे ! परिवार में हर तरफ खुशी रहती थी ! लेकिन
Baba Ramdev Ke Sapno Ka Bharat Read more
ओशो एक ऐसे आध्यात्मिक गुरू रहे हैं, जिन्होंने ध्यान की अतिमहत्वपूर्ण विधियाँ दी। ओशो के चाहने वाले पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। इन्होंने ध्यान की कई विधियों के बारे बताया तथा ध्यान की शक्ति का अहसास करवाया है।हमें ध्यान क्यों करना चाहिए? ध्यान क्या