shabd-logo

जीवनी – संस्मरण की किताबें

Biographical Memories books in hindi

जीवनी संस्मरण के सर्वश्रेष्ठ संग्रह को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में कई महान और रोचक व्यक्तित्वों के आत्मकथा तथा उनके संस्मरण हैं। इस संग्रह में लेखकों ने अपने जीवन में हुए अनोखे अनुभवों को भी साझा किया है। यहां उन महापुरुषों का भी जीवन संग्रह है जिनकी जीवनी अपने इतिहास का साथी न बन पायी। इसके लिए लेखकों ने वैज्ञानिक तरीकों से तथ्यों को सुलझा कर सटीक समीकरण निकाला है। तो जानते हैं विभिन्न व्यक्तित्वों के उनके जीवन को उन्हीं के शब्दों में।
जिना यहाँ मरणा यहाँ

जिना यहाँ मरणा यहाँ! हसना यहाँ, रोना यहाँ छोटी छोटी खुशियोमै मुस्कुराना यहाँ किसीके दुःख मे सहारा देना यहाँ जिना यहाँ मरणा यहाँ इसके सिव्हा जाना कहाँ! जीवन कि परिस्थितियोको निभाना यहाँ! खुशियोको बाटने से बढाना हे यहाँ! किसीको दुःख मत देना, आसू बहोत क

अभी पढ़ें
निःशुल्क

अब गुंज उठी रंभेरी की सहनाई

कब तक चुप रहे हम कब तक सहे हम गुलामी की जंजीरो मे जागो और जगाओ ,अलख जगाओ अब रूके न रूके कर लो ऐसी तैयारी क्योकि अब गुंज उठी रंभेरी की सहनाई ! बिलखे मोरो माई बहीनिया बिलखे मोरो माई बिलखे अब तो घर बहुरनीया कैसन वर हम पाई पापा कहलन नौकरी करे ला दुलहा

0 पाठक
0 अध्याय
25 मार्च 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

दुर्घटना से देर भली

दोस्तों , आज आपको एक ऐसी सत्य घटना सुनाता हूं जो जीवन में बहुत प्रभाव छोड़ जाती है । और मेरे जीवन को बदलने में बहुत सार्थक है बात उन दिनों की है जब मैं गुजरात में एक सीमेंट कंपनी में सीनियर पेरा मेडिकल ऑफिसर के रूप में काम कार्य करता था वहा पर सीमे

अभी पढ़ें
निःशुल्क

गोस्वामी तुलसी दास जी का जीवन परिचय

                 (गोस्वामी तुलसीदास)                    🙏🙏 जय श्री राम🙏🙏 तुलसीदास का जन्म विक्रम संवत 1554 ई० क्षवण शुक्ल पक्ष सप्तमी मे उत्तर प्रदेश के सोरो नामक ग्राम में हुआ था। तुलसीदास के पिता का नाम आत्माराम दुबे तथा माता का नाम हुलसी था। तुलसी

अभी पढ़ें
निःशुल्क

🌺कविता- जिंदगी🌺

=🌺जिंदगी🌺= जीने का सहारा दिखाती है ।जिंदगी जीने का ढंग से सिखाती है ।....... चलने का रास्ता दिखाती है ।....... दिलों में प्रेम रस बरसाती है ।....... आगामी कल को दिखाती है। जिंदगी

अभी पढ़ें
निःशुल्क

ब्लैक इज़ माई हैपी कलर

एक ऐसा जन्म जिसको जन्म कहे या कोई अधूरा कार्य। इस ब्लैक में अपने आप को खोजता एक इंसान

7 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
15 अध्याय
11 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
111
ईबुक
218
प्रिंट बुक

यादें

कुछ यादें ऐसी होती हैं जो समय के साथ साथ धुंधली पड़ जाती हैं पर अकेले में जब यद् आती हैं तो हम कहीं खो से जाते हैं मेरी किताब 'यादें ' कुछ ऐसी ही यादों को अपने अन्दर समेटे हुए है

2 पाठक
1 अध्याय
9 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

बचपन का जमाना :जोगेश्वरी सधीर

बचपन का जमाना बहुत अलग था वो लोग कुछ और ही अलग दुनिया के थे. उन्हें याद करती हूँ तो जैसे उन सबको एक बार पा जाती हूँ.

2 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
3 अध्याय
14 दिसम्बर 2022
अभी पढ़ें
79
ईबुक

लेखक के बारे मे

लेखक के बारे मे मेरा जन्म 9 मार्च 1992 को गाँव बिरूल बाजार, जिला बैतूल, मध्यप्रदेश मे हुआ था | जब मै 5 वर्ष का था तब मेरी मम्मी का स्वर्गवास हो गया था | इस घटना का मानसिक रूप से मुझ पर बहुत प्रभाव पड़ा | मेरा बचपन, अन्य बच्चों की तरह खेलकूद, शरारत मे

अभी पढ़ें
निःशुल्क

Jindagi ki samjh

Ye bat tk ki h jb m pahali bar school gya tb m sirf 3 sal ka tha ganv ka mahaul tha mujhe nhi pta tha ki vaha kya hota h bs ghar se bahar ghumne jane Ko mil rha h ye meri Khushi ka sbse bda Karan h m jase hi school pahunch ik mere jase bachche ne bol

0 पाठक
2 अध्याय
12 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

तुम मेरे हो 💞💞💞💞💞

तुम मेरे हो इश्क की सारी दीवानगी को पर कर देने वाली कहानी तुम मेरे हो ।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

हिमालय में टैगोर और गीतांजलि - भाग-3

भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रीयगान के रचयेता गुरुदेव देश के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रहे। यह पुरस्कार उन्हें उनकी कालजयी कृति 'गीतांजलि' के लिए मिला। गीतांजलि को मूर्तरूप गुरुदेव ने यहीं उत्तराखंड के नैनीताल जिला अंतर्गत रामगढ़ में दिया। यहाँ वह 19

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
17 मई 2022
अभी पढ़ें
200
प्रिंट बुक

अनुभवी जिंदगी

Jivan ke mahatva purn Anubhav ko aapke sath taaja karne ka jariya

0 पाठक
1 अध्याय
19 जनवरी 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

 पंडित दीनदयाल उपाध्याय

पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम भारतीय राजनीति में बड़े ही अदब से लिया जाता रहा है। वह एक मात्र ऐसे नेता थे जिन्हें पक्ष-विपक्ष दोनों ही तरफ से सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। उन्होंने राजनीति के नये मापदंडों का सृजन किया। यही उनकी विशेष उपलब्धि मानी

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
17 मई 2022
अभी पढ़ें
250
प्रिंट बुक

 युग पुरुष भारत रत्न अटल जी

भारतीय संस्कृति के पुरोधा, राजनीति में दैदीप्यमान सितारा, सरल संवेदनशील, सहृदय व्यक्तित्व, जिसने अपना सर्वस्व मां भारती को अर्पण किया, ऐसे युगपुरुष के विषय में लिखना मेरे लिए गौरव का विषय हैं। भारतीय राजनीति के शिखरपुरुष अजातशत्रु एवं पूर्व प्रधानमंत

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
17 मई 2022
अभी पढ़ें
595
प्रिंट बुक

एक दिवाली ऐसी भी... 🤗

दिवाली.... खुशियों का त्यौहार....अपनो के साथ... मनाने वाला त्यौहार...।।।।। हर वर्ष ये त्यौहार अपनों के साथ सभी बड़ी धुम धाम से.... हर्षोल्लास से मनाते हैं....।।।।आइये .....इस बार कुछ अलग करते हैं.... एक ऐसी दिवाली मनाते हैं जो सच्ची खुशी दे...।।।।।।

अभी पढ़ें
निःशुल्क


जीते जी इलाहाबाद

एक ऐसा शहर जहाँ बकौल ममता कालिया पैदल चलना किसी निरुपायता का पर्याय नहीं था। साहित्य की वह उर्वर भूमि जिसकी नमी किसी भी कलम को ऊर्जा से भर देती थी, जहाँ का सामाजिक ताना-बाना ही लेखकों-बुद्धिजीवियों से बना था। रचनात्मकता, प्रतिरोध और गंगा-जमुनी अपनेप

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
19 मई 2022
अभी पढ़ें
199
प्रिंट बुक

 अंदाज़-ए-बयां उर्फ़ रवि कथा

बेमिसाल कथाकार जोड़ी रवीन्द्र कालिया और ममता कालिया की समूचे भारतीय कथा साहित्य में अमिट जगह है। साथ रहते और लिखते हुए भी दोनों एक.दूसरे से भिन्न गद्य और कहानियाँ लिखते रहे और हिन्दी कथा साहित्य को समृद्ध करते रहे। रवीन्द्र कालिया संस्मरण लेखन के उस्त

0 पाठक
0 लोगों ने खरीदा
0 अध्याय
19 मई 2022
अभी पढ़ें
299
प्रिंट बुक

सन्त-महापुरुषों की जयन्ती और पुण्यतिथि

हमारे भारत वर्ष में समय-समय पर अनेक संत-महापुरुषों का अवतरण हुआ है, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन लोक हित और जन कल्याण के लिए न्यौछावर कर दिया। ऐसे संत-महात्मा निश्चित ही हमारे लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं, लेकिन जिस तरह से आज लोक कल्याणार्थ उनके बताये म

30 पाठक
6 अध्याय
4 मार्च 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

किताब पढ़िए