डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसी विभूतियाँ पृथ्वी पर सदियों में कभी-कभी ही जन्म लेती हैं और अपने विलक्षण कार्यों एवं व्यवहार से पूरे विश्व को प्रभावित कर जाती हैं। डॉ. कलाम एक कर्मयोगी व तपस्वी थे। उन्हें प्रकृति व मानवीयता से प्रेम था। विनम्रता, कठोर परिश्रम एवं सादगी उनकी पहचान थी। डॉ. कलाम धन या कुल से नहीं, बल्कि अपने दिव्य स्वभाव और अनुकरणीय आचरण से महान् बने थे। डॉ. कलाम एक विकसित भारत की कल्पना करते थे। उनका स्वप्न था कि विश्वपटल पर भारत की विशिष्ट पहचान बने और उसकी सुसंपन्नता और समर्थता औरों के लिए उदाहरण बने। वे युवा-शक्ति पर विश्वास रखते थे। इसलिए उन्होंने सदैव उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित करने के प्रयास किए। इस पुस्तक में उनके प्रेरक जीवन को कहानियों में समेटने का प्रयास किया गया है, ताकि बच्चे, युवा एवं अन्य सभी पाठक उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रकार्य के लिए समर्पित हों| Read more