कुरबान से कुरान हुआ गीत: यह विशाल दादानी द्वारा सलीम सुलेमान द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। कुरबान हुआ के गीत सुंदर रूप से प्रसून जोशी द्वारा लिखे गए हैं।
कुर्बान (Kurbaan )
हुआ क़ुर्बान सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Kurbaan Hua )
कुर्बान हुआ.. तेरी तिश्नगी में यूं कुर्बान हुआ.. तेरी आशिक़ी में यूं..
बेखुदी में
रूबरू है तू मगर तनहा है यह जहां ो.. जल उठे मेरी कुफ्र से साँसों का यह समा हो.. क्या हुआ पल में जाने खो गया क्यों तू मिला और जुड़ा ईमान हुआ यूं
बेखुदी में
मारने का सबब मांगता रहा दरबदर मिटने को तो दिल पल में राज़ी हुआ.. पूरी हुई हर आरज़ू