"मैं कौन हूं?" इसका कोई उत्तर नहीं है; यह उत्तर के पार है। तुम्हारा मन बहुत सारे उत्तर देगा। तुम्हारा मन कहेगा, तुम जीवन का सार हो। तुम अनंत आत्मा हो। तुम दिव्य हो,' और इसी तरह के बहुत सारे उत्तर। इन सभी उत्तरों को अस्वीकृत कर देना है : नेति नेति--तुम्हें कहे जाना है, "न तो यह, न ही वह।" इस आध्यात्मिक किताब में आपको ओशो के 10 प्रवचन मिलेंगें, जो आपके जीवन को छू सकते हैं।
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