सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने आठ मंत्रियों को बर्खास्त कर और नौ मंत्रियों से उनके विभाग छीन लिए। ऐसे में अब इन मंत्रियों ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के दरबार में हाजिरी लगाकर अपनी सफाई देने पहुंच गए, लेकिन यहां भी उनके लिए नेताजी का दरवाजा बंद मिला। दूसरी ओर, खाली हुई मंत्री पदों को भरने के लिए भी विधयाक अपनी-अपनी दावेदारी रखने के लिए राजधानी लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय पहुंच रहे हैं। हालांकि, खास बात ये है कि उनकी सुनवाई करने वाला लखनऊ में कोई नहीं है। मुलायम सिंह यादव ने इन सभी को न तो मिलने का समय दे रहे हैं और न ही किसी की कोई बात सुनने को तैयार हैं। बर्खास्त मंत्री इंतजार करते रहे, जबकि मुलायम सिंह ने उनकी तरफ देखा तक नहीं और वे मुख्यालय से निकल गए। दूसरी ओर, सीएम अखिलेश यादव खुद ओडिशा के दौरे पर हैं तो पार्टी के दूसरे कद्दावर नेता शिवपाल यादव दिल्ली में हैं।
गुरुवार को बर्खास्तगी और 31 अक्टूबर को मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह की घोषणा के बाद से ही सपा मुख्यालय का परिक्रमा करने वाले बर्खास्त मंत्रियों और उनके समर्थकों के साथ-साथ मंत्री पद पाने की उम्मीद रखने वाले विधायकों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। सीएम अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बाहर होने के चलते सभी को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से ही न्याय की उम्मीद है। इसके चलते सभी उनसे मिलने का समय मांग रहे हैं। हालांकि, मुलायम सिंह ने साफ कर दिया है कि वे इस मुद्दे पर किसी से कोई बात नहीं करेंगे। शनिवार को होने वाले शपथ ग्रहण में लगभग 10 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। ऐसे में कई विधायक अपने अच्छे कामों का हवाला देकर मंत्री पद पाने की जुगत में लगे हुए हैं।प्रदेश के टेक्निकल एजुकेशन मंत्री शिवाकांत ओझा बीजेपी से अपनी नजदीकियों के चलते मंत्रिमंडल से बाहर हुए हैं। हालांकि, शुक्रवार को वो भी मुलायम सिंह के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे।बातचीत में कहा कि सीएम से ऐसे फैसले की उम्मीद नहीं थी। उन्हें इस बारे में सूचना टीवी पर चल रही खबरों से मिली। उन्होंने कहा कि वे नेताजी से मिलकर अपना पक्ष उनके सामने रखना चाहते हैं। उनका मानना है पार्टी हाईकमान उनकी बात सुनने के बाद जो भी फैसला करेगा, वे उसका पालन करेंगे। अन्य बर्खास्त मंत्री जो सपा मुख्यालय पर समर्थकों के साथ डेरा जमाए हुए हैं, उनमें शिवकुमार बेरिया और पारसनाथ यादव भी शामिल है।
मंत्री बनने की आस में सपा सुप्रीमो से मिलने पहुंचे कई विधायक
मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की आस में कई अन्य विधयाक भी पार्टी मुख्यालय पहुंचे हुए हैं। इनमें गजाला लारी, एसआरएस यादव और अरविंद सिंह गोप भी शामिल हैं। बताते चलें कि लारी और एसआरएस यादव का नाम पहले से ही मंत्री बनाए जाने वालों की दौड़ में शामिल है, जबकि अरविंद सिंह गोप को इस मंत्रिमंडल के फेरबदल में बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। इनके अलावा समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजना बाजपेयी भी मुलायम सिंह यादव से मिलने सपा मुख्यालय पहुंची हुई हैं। दूसरी ओर, अपना पक्ष रखने के लिए बर्खास्त किए गए राजा अरिदमन सिंह भी पार्टी मुख्यालय में नजर आए। इन्हें भी बीजेपी से नजदीकियों के चलते अपने मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा है।
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