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ओ मेरे पहले प्यार

18 अक्टूबर 2021

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ओ प्रीत भरे संगीत भरे!
ओ मेरे पहले प्यार!
मुझे तू याद न आया कर
ओ शक्ति भरे अनुरक्ति भरे!
नस-नस के पहले ज्वार!
मुझे तू याद न आया कर।

पावस की प्रथम फुहारों से
जिसने मुझको कुछ बोल दिये
मेरे आँसु मुस्कानों की
कीमत पर जिसने तोल दिये

जिसने अहसास दिया मुझको
मै अम्बर तक उठ सकता हूं
जिसने खुद को बाँधा लेकिन
मेरे सब बंधन खोल दिये

ओ अनजाने आकर्षण से!
ओ पावन मधुर समर्पण से!
मेरे गीतों के सार
मुझे तू याद न आया कर।

मूझको ये पता चला मधुरे
तू भी पागल बन रोती है,
जो पीर मेरे अंतर में है
तेरे मन में भी होती है

लेकिन इन बातों से किंचिंत भी
अपना धैर्य नहीं खोना
मेरे मन की सीपी में अब तक
तेरे मन का मोती है,

ओ सहज सरल पलकों वाले!
ओ कुंचित घन अलकों वाले!
हँसते-गाते स्वीकार
मुझे तू याद न आया कर।
ओ मेरे पहले प्यार !
मुझे तू याद न आया कर
कुछ पल बाद बिछुड़ जाओगे
कुछ पल बाद बिछुड़ जाओगे मीत मेरे
किन्तु तुम्हारे साथ रहेंगे गीत मेरे
तुम परिभाषाओं से आगे का, आधार बनाते चलना
तुम साहस से सपनो का, सुंदर संसार बनाते चलना
जीवन की सारी कटुता को, केवल प्यार बनाते चलना
तुम जीवन को, गंगा जल की पावन-धार बनाते चलना
स्वयं उदाहरण बन जाना मनमीत मेरे
किन्तु तुम्हारे साथ रहेंगे गीत मेरे

वो जो पल, संग-संग गुजरे थे, वो सब पल, मधुमास हो गए
हँसने, खेलने, मिलने के सब, घटनाक्रम इतिहास हो गए
जीवन भर सालेगी अब जो, ऐसी मीठी-प्यास हो गए
तुम बिन सपने हैं सारे भयभीत मेरे
किन्तु तुम्हारे साथ रहेंगे गीत मेरे

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