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पारिवारिक की किताबें

Familial books in hindi

पारिवारिक विषयों के सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों के संग्रह को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में विभिन्न पारिवारिक विषय एवं उसके सम्बन्धों पर कहानियों का आधार बनाया गया है। इस संग्रह में परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम-द्वेष का कालजयी वर्णन है। रिश्तों के धागे वाले इस संग्रह में भाई अपने भाई के लिए कुर्बानी भी देता है और बंटवारे में हथियार भी उठाता है। तो चलते हैं जीवनचक्र के इस संग्रह में सराबोर होने Shabd.in पर।
Marma Chikitsa Vigyan

A Science that was preserved and associated largely as a support to martial arts and warfare can now be used and applied for normal healing on a wide range of physical and mental diseases as a result of research and application, since 1993, of this l

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23 फरवरी 2023
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Stress Management Guide

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6 मई 2023
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Sidhi Saadi Baatein

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21 फरवरी 2023
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Anokha Humsafar: Har band taale ki chaabi / हर बंद ताले की चाबी

Do you aspire to have self-confidence, good relationships, health, success, peace of mind, the ability to make the right decisions in adversity, the art of understanding people, freedom from karma, spiritual growth, and an independent life? But don't

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13 फरवरी 2023
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Aatmvishwas Safalta Ka Dwar

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27 फरवरी 2023
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Aatmvishwas Safalta Ka Dwar

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21 फरवरी 2023
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Ratno Mein Nihit Upchar Shakti

NA

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20 फरवरी 2023
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"मन की व्यथा "

मन की व्यथा एक ऐसी औरतो की कहानी है ,जो हमेशा अपने मन से ही बाते करती रहती है । यहॉ तक कि वो अपने ऑसुओ को भी अपने तक छिपाकर रखती है , अपना वो दर्द किसी के साथ नही बॉटती, इस नोवेल मे एसी 10औरते है ,जिनकी मन की व्यथा को बताने की कोशिश की गई है ,कहॉ जात

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31 जुलाई 2022
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दिलो-दानिश

हिन्दी जगत में अपनी अलग और विशिष्ट पहचान के लिए मशहूर कृष्णा सोबती का हरेक उपन्यास विशिष्ट है। शब्दों की आत्मा को छूने-टटोलने वाली कृष्णा जी ने ‘दिलो-दानिश’ में दिल्ली की एक पुरानी हवेली और उसमें रहनेवाले लोगों के माध्यम से तत्कालीन जीवन और समाज का ज

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13 जून 2022
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योगायोग

सारी खुदाई एक तरफ, जोरू का भाई एक तरफ यह कहावत मधुसूदन पर बिलकुल भी चरितार्थ नहीं होती थी, क्योंकि वह ‘जोरू के भाई’ विप्रदास की ही नहीं, ‘जोरू’ कुमुदिनी की भी उपेक्षा करता था, जबकि कुमुदिनी से शादी का प्रस्ताव भी उस ने स्वयं ही विप्रदास के पास भेजा थ

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20 मई 2022
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घर वापसी

घरवापसी‘ उन विस्थापित लोगों की कहानी है जो बेहतर भविष्य के लक्ष्य का पीछा करते हुए, अपने समाज से दूर होने के बावजूद, वहाँ से पूरी तरह निकल नहीं पाते। ये कहानी बिहार-उत्तर प्रदेश आदि के गाँवों, छोटे शहरों से शिक्षा और नौकरी की तलाश में निकले युवाओं के

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16 जून 2022
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मित्रो मरजानी

‘मित्रो मरजानी’! हिन्दी का एक ऐसा उपन्यास है जो अपने अनूठे कथा-शिल्प के कारण चर्चा में आया। इस उपन्यास को जीवन्त बनाने में ‘मित्रो’ के मुँहजोर और सहजोर चरित्र ने विशिष्ट भूमिका निभाई है। ‘मित्रो मरजानी’ की केन्द्रीय पात्र ‘मित्रो’ अभूतपूर्व है...इसलि

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13 जून 2022
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धर्मपुत्र

धर्मपुत्र इंसान की गरिमा पर सवाल उठाते हैं। क्या किसी मनुष्य की उपस्थिति उसके परिवार के आधार पर निर्भर करती है या उसने किस प्रकार के शैक्षिक संस्कार प्राप्त किए हैं। यह कहानी हिंदू और मुस्लिम परिवारों की है। जिनका रिश्ता बहुत ही दोस्ताना होता है। हिं

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18 मई 2022
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कोई बात नहीं

“तभी हवा का एक झोंका न जाने क्या सोचकर एक बड़े से काग़ज़ के टुकड़े को शशांक के पास ले आया। उसने घास से उठाकर उसे पढ़ा—‘आदमी का मन एक गाँव है, जिसमें वही एक अकेला नहीं रहता।’ शशांक ने सोचा, आदमी मन में ही तो अपने को और अपनी सारी बातों को छिपाकर रख सकता ह

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15 जून 2022
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 पशु - पुराणों से पशु-पक्षियों की रोचक कथाएँ

कैसे एक मछली दुनिया को बचा लेती है एक घोड़ा कैसे आसमान में उड़ता है राजा को कैसे पता चलता है कि उसकी प्रिय पत्नी वास्तव में मेढक है। हिन्दू पुराकथा शास्त्रों में ऐसे अनेक किस्से-कहानियाँ है जिसमें पशु-पक्षियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। क्या कारण है

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10 मई 2022
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पारिजात’

साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत नासिरा शर्मा जी का पुरस्कृत उपन्यास "पारिजात" ‘पारिजात’ केवल एक वृक्ष, कथा और विश्वास मात्र नहीं है, बल्कि यथार्थ की धरती पर लिखी एक ऐसी तमन्ना है, जो रोहन के ख़ून में रेशा-रेशा बनकर उतरी है और रूही के श्वासों में ख़

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6 जुलाई 2022
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पापामैन

कहानी छुटकी और उसके पापामैन चंद्रप्रकाश गुप्ता की है, जो रेलवे में टिकट बनाते हैं। छुटकी IIT कानपुर में पढ़ती है, इनोवेटर है और आगे की पढ़ाई के लिए MIT, USA जाना चाहती है। वह बचपन से ही अतरंगी सपने देखती थी। उसे कभी एस्ट्रोनॉट बनना होता था, तो कभी मिस

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4 मई 2022
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मकान

नारायण एक सितारवादक है। जीविका के लिए वह परिवार को दूसरी जगह छोड़कर अपने पुराने शहर में आता है और यहीं से मकान की तलाश शुरू होती है। इस दौरान उसका सितार से साथ छूटने लगता है; और अब वह जिनके साथ जुड़ता है उनमें मकान बाँटनेवाला अफ़सर है, कर्मचारी-यूनियन क

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11 मई 2022
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माई

उत्तर प्रदेश के किसी छोटे शहर की बड़ी-सी ड्योढ़ी में बसे परिवार की कहानी। बाहर हुक्म चलाते रोबीले दादा, अन्दर राज करतीं दादी। दादी के दुलारे और दादा से कतरानेवाले बाबू। साया-सी फिरती, सबकी सुख-सुविधाओं की संचालक माई। कभी-कभी बुआ का अपने पति के साथ पीहर

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30 मई 2022
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तिरोहित

गीतांजलि श्री के लेखन में अमूमन, और ‘तिरोहित’ में ख़ास तौर से, सब कुछ ऐसे अप्रकट ढंग से घटता है कि पाठक ठहर–से जाते हैं। जो कुछ मार्के का है, जीवन को बदल देनेवाला है, उपन्यास के फ्रेम के बाहर होता है। ज़िन्दगियाँ चलती–बदलती हैं, नए–नए राग–द्वेष उभरते

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