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पथ के दावेदार

शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय

10 अध्याय
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22 पाठक
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पथेर दावी’ उपन्यास-सम्राट स्व. श्री शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय की सर्वश्रेष्ठ रचना है। शरत बाबू के उच्चकोटि के, मौलिक, स्वदेशानुराग और देश सेवा के भावों से ओत-प्रोत होने के कारण इस उपन्यास का बड़ा महत्त्व समझा जाता है। जिस समय इस उपन्यास का प्रथम संस्करण बंगला में प्रकाशित हुआ था, उस समय एक तहलका-सा मच गया था और इसे खतरे की चीज समझकर ब्रिटिश-सरकार ने इस पुस्तक को जब्त कर लिया था। यह उपन्यास इतना महत्त्वपूर्ण समझा गया कि विश्व-कवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने भी, शरत बाबू की इस रचना की मुक्त-कंठ से प्रशंसा की। अब तक इस महत्त्वपूर्ण उपन्यास का हिन्दी में कोई अच्छा अनुवाद प्रकाशित नहीं हुआ था। उसी अभाव की पूर्ति के लिए हमने सरल, सुन्दर ‘पथ के दावेदार’ के नाम से प्रकाशित किया है। 

path ke davedar

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पुस्तक के भाग

1

पथ के दावेदार भाग 1

25 जनवरी 2022
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अपूर्व के मित्र मजाक करते, “तुमने एम. एस-सी. पास कर लिया, लेकिन तुम्हारे सिर पर इतनी लम्बी चोटी है। क्या चोटी के द्वारा दिमाग में बिजली की तरंगें आती जाती रहती हैं?” अपूर्व उत्तर देता, “एम. एस-सी. की

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पथ के दावेदार भाग 2

25 जनवरी 2022
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उपद्रव रहित एक सप्ताह के बाद एक दिन ऑफिस से लौटने पर तिवारी ने प्रसन्न होकर कहा, “आपने सुना छोटे बाबू?” “क्या” “साहब का पैर टूट गया। अस्पताल में हैं। देखें बचता है या नहीं।” “तुझे कैसे पता लगा?” त

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पथ के दावेदार भाग 3

25 जनवरी 2022
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भारती हंस पड़ी। बोली, “यदि म्लेच्छ जीवनदान दे तो उसमें कोई दोष नहीं, लेकिन मुंह में जल देते ही प्रायश्चित्त होना चाहिए।” फिर जरा हंसकर बोली, “अच्छा, मैं जा रही हूं। अगर कल समय मिला तो एक बार देखने आऊं

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पथ के दावेदार भाग 4

25 जनवरी 2022
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थोड़ी दूर चलकर अपूर्व ने सौजन्यतापूर्वक कहा, “आपका शरीर इतना अस्वस्थ और दुर्बल है कि इस हालत में और आगे चलने की जरूरत नहीं है। यही रास्ता तो सीधे जाकर बड़े रास्ते से मिल गया है। मैं चला जाऊंगा।” तनिक

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पथ के दावेदार भाग 5

25 जनवरी 2022
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कहते-कहते भारती की मुखाकृति कठोर और गले की आवाज तीखी हो उठी, “इस लड़की की मां और यदु ने जो अपराध किया है वह क्या केवल इन लोगों को दंड देकर समाप्त हो जाएगा? डॉक्टर साहब को जब तक मैंने नहीं पहचाना था तब

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पथ के दावेदार भाग 6

25 जनवरी 2022
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अपूर्व के इस तरह बाहर चले जाने पर सभी आश्चर्य में पड़ गए। बैरिस्टर कृष्ण अय्यर ने पूछा, “यह कौन है डॉक्टर? बहुत ही भावुक।” उसकी बात में स्पष्ट उलाहना था कि ऐसे लोगों का यहां क्या काम है?” डॉक्टर थोड

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पथ के दावेदार भाग 7

25 जनवरी 2022
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जलमार्ग से आने वाले शत्रु के जलयानों को रोकने के लिए नगर के अंतिम छोर पर नदी के किनारे मिट्टी का एक छोटा-सा किला है। उसमें संतरी अधिक नहीं रहते। केवल तोपें चलाने के लिए कुछ गोरे गोलंदाज रहते हैं। अंग्

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पथ के दावेदार भाग 8

25 जनवरी 2022
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जिन-जिन लोगों ने कमरे में प्रवेश किया वह सभी अच्छी तरह जाने-पहचाने लोग थे। डॉक्टर ने कहा, “आओ।” लेकिन उनके चेहरे का भाव देखते ही भारती समझ गई, कम-से-कम आज वह इसके लिए तैयार नहीं थे। सुमित्रा के आने

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पथ के दावेदार भाग 9

25 जनवरी 2022
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भारती प्रसन्नता भरे स्वर में पुकार उठी, “शशि बाबू, हम लोग आ गए। खिलाने-पिलाने का इंतजाम कीजिए। नवतारा कहां है? नवतारा!....नवतारा....!!” शशि बोले, “आइए, नवतारा यहां नहीं है।” डॉक्टर ने मुस्कराते हुए

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पथ के दावेदार भाग 10

25 जनवरी 2022
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भोजन की थाली उसी तरह पड़ी रही। उसकी आंखों से आंसू की बड़ी-बड़ी बूंदे गालों पर से झर-झर नीचे गिरने लगीं। अपूर्व की मां को उसने कभी देखा नहीं था। पति-पुत्र के कारण उन्होंने जीवन में बहुत कष्ट उठाया था।

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