जैसे छींकने पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। छींकते समय जैसे आंखे बंद हो जाती है वैसे ही महिलाएं भी चरमसुख के समय चाह कर भी आंखे नहीं खोल पातीं। दरअसल इस वक्त उनकी ग्लैंड से तरल स्त्रावित होता है जो दिमाग को आंखें बंद करने के लिए संदेश भेजता है।
लवमेकिंग, दो विपरित लिंग के बीच न सिर्फ एक इंटीमेसी बल्कि जुड़ाव का अहसास होता है। जब दो लोग आपस में इंटीमेट होते है तो उनके दिलो दिमाग में कई तरह के सवाल जुड़े होते हैं। सेक्स को लेकर हर किसी के मन में ढे़रों सवाल रहते हैं लेकिन बहुत कम लोग इसके बारे में खुलकर अपने पार्टनर से बात कर पाते है। अक्सर पार्टनर के बीच में एक दूसरे को लेकर कई तरह के सवाल होते है।
अक्सर लोग इसे पूछने से कतराते भी है, लेकिन इसमें से एक सवाल हमेशा पुरुषों के जेहन में आता है कि लवमेकिंग के दौरान महिलाओं की आंखें क्यों बंद हो जाती हैं? कुछ महिलाओं में यह नहीं भी होता है। लेकिन अगर यह नहीं होता है तो कुछ न कुछ सेक्स प्रॉब्लम का इशारा हो सकता है।
भावनात्मक कारण लवमेकिंग के दौरान कपल एक दूसरे को करीब से महसूस करते हैं और वो अपने बीच इंटीमेसी और केमिस्ट्री को एंजॉय करते है। लवमेकिंग के दौरान वो पार्टनर को सहयोग और सुरक्षा का महसूस कराना चाहते है। लवमेकिंग के दौरान एकाग्रता बहुत जरुरी होता है। आंखे खुली होने पर बाहरी चीजें और आवाजें लवमेकिंग के दौरान ध्यान भटका सकती हैं, इसीलिए महिलाएं अक्सर लवमेकिंग के दौरान आंखें बंद कर लेते हैं।
शर्म और हिचक - जो महिलाएं पहली बार अपने पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाती है, उनमें सेक्स (लवमेकिंग) को लेकर थोड़ी शर्म और हिचक होती है। जिस वजह से वो पहली बार में असहजता से बचने के लिए वो आंखें बंद करके खुद को सहज महसूस करवाती है। लवमेकिंग के दौरान आंखें बंद करना बहुत ही सामान्य सी बात है।
और भी कई कारण हो सकते है जो मुख्या थे यहाँ उनको मैंने लिखना सही और सहज समझा. धन्यवाद