shabd-logo

common.aboutWriter

Lekhak

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

कर्म का लेखा जोखा

कर्म का लेखा जोखा

कर्म का लेखा जोखा बहुत समय पहले की बात है एक गांव मे एक बनिये का दुकान था और उसके पडोस एक गरीब किसान का झोपड़ी था एक दिन वहां एक साधु भिक्षा मांगने आया सबसे पहले वह बनिए के निकट गया और बोला भिक्षाम देही पर बनिए ने जवाब म

निःशुल्क

कर्म का लेखा जोखा

कर्म का लेखा जोखा

कर्म का लेखा जोखा बहुत समय पहले की बात है एक गांव मे एक बनिये का दुकान था और उसके पडोस एक गरीब किसान का झोपड़ी था एक दिन वहां एक साधु भिक्षा मांगने आया सबसे पहले वह बनिए के निकट गया और बोला भिक्षाम देही पर बनिए ने जवाब म

निःशुल्क

common.kelekh

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए