दूर रहते हुए भी नज़दीकियों को कैसे जीना है यही प्रेम है और इसे हम सोमांकित नामक इस पुस्तक में हम जानेंगे। ये एक सच्ची घटना है जिसमें राज्यों में विभिन्नता होने के बावजूद फिर भी दोनों में इतना प्यार है कि मानो दोनों 1135 किलोमीटर की दूरियाँ खत्म कर साथ
मोहब्बत इश्क प्यार या वह ऐसा एहसास है जो हर किसी के दिल में होता है कभी ना कभी किसी ना किसी को प्यार होता है किसी को कुछ पल के लिए प्यार किसी को महीने भर का प्यार तो किसी को उम्र भर कर प्यार तो किसी को होता है जिंदगी के आखिरी सांस तक प्यार यह वह मोहब
अपनी तलाश की है कभी, कभी खुद को ढूंढने निकले हैं, फुर्सत के लम्हों में कभी खुद से बात की है, कभी जाना क्या चाहता है दिल, हालातों में गुम होने पर तन्हाई की रात में खुद से टकराएं हैं कभी, कभी चलते चलते यूं ही रुक कर पीछे मुड़कर देखा है, सोचा कहां छोड़
ये किताब उन कविताओं का संग्रह है...जो मैंने जीवन के संघर्षों में महसूस किया है...इनमे कुछ छोटी कुछ बड़ी कविताएँ है जो निःसंकोच आपको प्रभावित करेंगी..
आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।
पुस्तक में मैंने अपने जिन्दगी के गुजारे पलों के अनुभव को कविता में उतारने की कोशिश की है । अधिकतर कविता प्रेम और विरह पे लिखी गई है। इसमें मैंने अपने मन के उद्वेगों को लिपिबद्ध किया है। यह किसी पेशेवर लेखक की तरह नहीं बल्कि आपके बिच रहने वाले किसी इं
🌹 रंग बिरंगे जज़्बात🌹 मनुष्य का हृदय एक ऐसा समंदर होता है जिसमें रंग-बिरंगे जज्बात की लहरें हमेशा उठती रहती हैं....... मैंने भी अपने मन में उठने वाले मनोभावों की लहरों को अपनी किताब रंग बिरंगे जज़्बात में लिखने की कोशिश की है बस यह समझ लीजिए
मन में उछले कुछ शब्द जो लेख में उतर से जाते हैं, रात के गहरे अंधियारे में जो डर बयां नहीं हो पाता वो लेख में उतर से गये हैं। याद नहीं अब वो पल जो तोड़ सी गयी उन हस्ती को जो अब नासूर सी चुभन दिए जा रहा हैं।।
उलझनें रिश्तों को कमजोर कर देती हैं लेकिन ये होती क्यों है इस पर गौर करें तो बात एक दूसरे को समझने और अपनी बात समझाने पर आकर रूक जाती है,,, अच्छे खासे रिश्ते एक छोटी सी गलतफहमी पर टूट जाते हैं टूटने और बिखरने का सफर इतना दर्दनाक होता है कि कई बार
एक ऐसे बच्चे की कहानी,जिसकी माँ नहीं है और वो एख अन्जान औरत को अपनी माँ मानकर अपने घर ले आता है,फिर क्या वो औरत उस बच्चे को अपना पाती है, बच्चे को स्नेह दे पाती है,...
प्रस्तुत शीर्षक "मैं आज का घनानंद" एक सत्य घटना पर आधारित एक कविता है जिसमे एक युवक के मन में अपने एक मित्र प्रति प्रेम की भावना होती है। वह अपने आप को घनानंद और अपने मित्र को सुजान के समान समझते हुए अपने मन में उठ रही भावनाओं, प्रेम में मग्न
यह किताब कोई बाजार में बेचनें के लिए नहीं लिखी गई है | किताब के जरिये मैं बस आप लोगों से जुड़ना चाहता हूँ | मेरा मानना ( यें सिर्फ मेरे विचार है, इनसे किसी को कष्ट हो तो छोटा समझ के माफ कर देंना ) है कि अल्फाजों की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, ये भ
Ek koshish ki hai सुनिएगा जरूर
हम अक्सर अपनी ज़िन्दगी के उन पलों को याद रखते हैं जो जीवन को नया मोड़ देते हैं | ऐसे मौके हर दिन नहीं आते हैं , फिर भी ज़िंदगी हमें उन पलों से रूबरू कराती रहती है जो मीठी बूदों की तरह हमारे चेहरे पर आकर गिरते हैं | आजकल की तेज रफ़्तार ज़िंदगी में ये ठ
1.ये इश्क़ नहीं हैं तो फिर क्या हैं! बिन कहें आँखें सब कुछ बया कर जाती बिन कहें दिल की बात उस तक पहुँच जाती ये इश्क़ नहीं हैं, तो फिर क्या हैं। जब बातें दिल से ज्वाला की तरह निकालती और जुबान से अधरों के ताल-मेल को बिगाड़ देती कहना कुछ चाहए और
यह एक प्रेम कहानी है . . जो की पूरी तरह से काल्पनिक है . .यह पहली नजर वाली प्यार की कहानी है . . .जिसमें दोनों पत्रों की मुलाकात एक शादी में हुई थी. . .इस कहानी का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन करना और कराना है . . .इसका उद्देश्य किसी के भी भावन
Please do not read this book to children under 18
इस पुस्तक मे मैंने अपने द्वारा एहसास किए गए जिदगी के कुछ कठिन पलों की चर्चा की है। इसे लिखने का विचार मुझे कुछ लोगों के जीवन में हो रहे कठिनाइयों के पलों को एहसास करने के बाद हुआ ।
रेत का महल एक अनोखी प्रेम कहानी है। जो प्रकृति के इर्द गिर्द रची गई है। इसमें प्रेम और प्राकृतिक सन्दर्य का अनोखा संगम है। सच्चे प्रेम और संयोग की एक अनूठी कहानी है। इस कहानी का अगर कोई सरल और पूरा शीर्षक हो सकता है वो होगा, प्रीत की डोर से बंधा रेत