सबसे पहले तो आप सभी को रामनवमी की शुभकामनाएं। 9 दिन नवरात्रि के व्रत फिर आज कन्या भोज। अभी फोन उठाया तो सोचा आज मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जन्मदिन है कुछ लिखना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम राम जिनका पूरा जीवन आदर्श रहा। रामचरितमानस ऐसे आदर्श परिवार की कहानी है जहां हर कोई आदर्श है। भाइयों में इतना प्रेम की भगवान राम अयोध्या रहे और भरत ने भी अयोध्या में योगी जैसा जीवन बिताया। हर पात्र आदर्श है। आज भी हर जगह राम राज्य के आदर्श की कल्पना की जाती है। ऐसे में रामनवमी का संदेश है कि हम अपने जीवन में अपने कार्यों में पवित्रता ,सुचिता ,निष्ठा निस्वार्थ सेवा का संचार करें। श्री राम की रावण पर जीत अधर्म पर धर्म की जीत है। हम भी धर्म के मार्ग का अनुसरण करें और अपने कार्यों से एक आदर्श लोगों के सामने प्रस्तुत करें। हम मर्यादा में रहे मर्यादाओं का पालन करें और अपने जीवन में भगवान राम के गुणों को आत्मसात करें। यही रामनवमी का वास्तविक उद्देश्य है । हमारे परिवार भी आदर्श बने, हमारा समाज भी आदर्श बने, हमारा देश फिर से आम के आदर्शों का रामराज्य बने।
आज के दिन भगवान राम का इस तरह पर अवतरण हुआ था। उन्होंने अपने जीवन से हर व्यक्ति को प्रभावित किया। उनका जीवन चरित्र सारे विश्व के लिए एक आदर्श है। तभी हम भगवान राम को आज भी याद करते हैं रामचरितमानस और रामायण का पाठ करते हैं। ताकि हमारे अंदर भी अच्छे गुण आत्मसात हो सके।
अतः आज हम रामनवमी पर संकल्प करें की हम भगवान राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे ।
(©ज्योति)