16 फरवरी 2022
बुधवार
मेरी प्रिय सखी,
आज का दिन हंसी खुशी के माहौल में गुजरा। आज समय की व्यस्तता के कारण तुमसे बात ही नहीं हो पाई। जेठ जी की शादी की 25वीं सालगिरह है। जिसके चलते सुबह से ही घर में तैयारियां हो रही थी। वैसे तो नाश्ते में पिज्जा मंगवा लिया गया था। लेकिन फिर भी...
दोपहर को पंडित जी के लिए खाना वगैरह बनाना था तो सुबह से ही मैं लग गई थी। फिर आज बेटे को एग्जाम देने भी जाना था, पता नहीं क्या रिजल्ट होगा?
शाम के लिए रेस्टोरेंट में खाने की पूरी व्यवस्था की गई है बस अब तैयार होकर निकलना है तो सोचा थोड़ी तुमसे बातें कर लूं।
बाद में बात करती हूं तुमसे, अभी के लिए इतना ही।
पापिया