shabd-logo

सामाजिक की किताबें

Social books in hindi

विभिन्न विषयों पर सामाजिक पुस्तकों को पढ़ें Shabd.in पर। हमारा यह संग्रह समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। इस संग्रह की मदद से हम पारिवारिक रिश्ते, जात-पात, अमीर-गरीब, दहेज, रंग भेद जैसे कई मुद्दों पर समाज को रौशनी दिखाने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा भी भौगोलिक स्थिति के वजह से हाशिये पर रहे समाज की स्थिति पर भी हम समीक्षा देते हैं। तो चलते हैं समाजिक पहलुओं पर चेतना जगाने Shabd.in के साथ।
खुशी........।

मेरी खुशी ओस की दो बूंदें जैसे,,,, वैसी ही है वो परियां, मखमली सी बातें गुणों में की है वो ख़ान, उसकी मुस्कराहट हर थकान मिटा देती, बातें उसकी नया ख्याब दिखा देती, सही रास्ते पर वो चलना सिखाती, भुल जाऊं तोनई राह दिखाती, भटका जब भी राहों से,,,याद उ

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

शायरी– ले चल मुझे

ले चल मुझे इस दुनिया से दूर कही जहां बातें हो बस तेरी मेरी यादें हो सब तेरी मेरी तुझ में मैं खो जाऊं मुझ में तू की जाए दुनियां से क्या लेना हमको बस तू मैं और मै तू हो जाए।।।

4 पाठक
1 अध्याय
20 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

शायरी की डायरी

इस किताब में जो भी शायरी लिखी है वो सब मेरी वास्तविक ज़िन्दगी से जुड़ी हुई हैं यक़ीनन मेरी ज़िंदगी से बेहतर ज़िन्दगी होगी आपकी इतना यकीन है।

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

पराई

लड़की जब अपने घर रहती है ,तो उसके मां बाप उसे पराया धन कहते हैं और जब ससुराल जाती है तो वहां भी उसे पराए घर की कहा जाता है ,लड़की सोचती है की आखिर उसका घर कौनसा है ,उसके अपने कौन है,,,

अभी पढ़ें
निःशुल्क

raghu

दिल छू लेने वाली कविताओं और गजलों के लिए.....

अभी पढ़ें
निःशुल्क

कविताएं मेरी कलम से

ये कविताएं मेरे जीवन दर्शन की यात्रा है जो विभिन्न परिस्थितियों में मुझे एक दार्शनिक के रूप में स्वयं को देखने के लिए मजबूर करती हैं आप भी पढिये मेरे विचार मेरे दर्शन के द्वारा ।

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

जैसे को तैसा ( कहानी प्रथम क़िश्त)

रामगुलाम एक फौजी था । उसके पिताजी उमेद ने एक सेठ के पास अपनी एक एकड ज़मीन को गिरवी रखकर उधार में 50हज़ार रुपिये लिये थे। कुछ वर्ष बीत जाने के बाद उस सेठ की नियत में खोट आ गई और वह उस ज़मीन को हड़पने का षड़यंत्र रचने लगा। तब फौजी बेटे ने अपना तरीका आ

1 पाठक
3 अध्याय
25 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

कुछ एहसास दिल से..

मन के भावों को कविता के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया है

अभी पढ़ें
निःशुल्क

Alpana Saxenaकी डायरी

मेरी आने वाली किताब ' Alpana Saxena की डायरी " हरेक पाठक के जीवन से जुड़ी छोटी -छोटी घटनाओ आधारित मेरी मूल रचनाये है। जो सकारात्मक है और जिन्हें सरल और रोचकता देने का मेरा प्रयास है।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

अधिग्रहण

ग्राम धर्मपुरा के एक मेहनतकस किसान की खुद की कमाई हुई खेती की जमीन को उसका छोटा भाई गांव के सरपंच व पटवारी के साथ मिलकर एक सरकारी प्रोजेक्ट के तहत एक कंपनी को कानूनी रूप से अधिग्रहीत करवा देता है और खुद बड़ा भाई बनाकर सारा पैसा उठाकर हजमा कर लेता ह

3 पाठक
4 अध्याय
1 मार्च 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

एक बार फिर ज़िंदगी

एक रिटायर्ड कर्नल है जिसकी पत्नी का देहांत हो चुका है। इसकी एक बेटा है जो अमेरिका में रहता है। वहीं उसने एक अमेरिकन लड़की से शादी कर ली है। कर्नल तनहा रहता है। कमला जो कर्नल के घर में नौकरानी है। कर्नल इसे अपनी बहन मानता है। यही कर्नल का ध्यान रखती ह

1 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
7 अध्याय
28 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
33
ईबुक

चार दिन की जिन्दगी

चार दिन की जिन्दगी जोे कि जदों में कैद है कितनी आजादी सेे हम अपनी हदों में कैद हैं बांट लेंगे आसमां भी गर हमें मौका मिले अब तलक तो ये जमीं ही सरहदों में कैद है तुम तो अच्छे आदमी हो ना मिलेगा कुछ तुम्हेेें नाम, पैसा और इज्ज्त सब बदों म

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

स्कंदगुप्त (नाटक)

स्कंदगुप्त नाटक में गुप्तवंश के सन् 455 से लेकर सन् 466 तक के 11 वर्षों का वर्णन है। इस नाटक में लेखक ने गुप्त कालीन संस्कृति, इतिहास, राजनीति संधर्ष, पारिवारिक कलह एवं षडयंत्रों का वर्णन किया है। स्कंदगुप्त हूणों के आक्रमण (455 ई०) से हूण युद्ध की स

5 पाठक
6 अध्याय
17 मई 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

अजातशत्रु  (नाटक)

अजातशत्रु का मूलाधार भी अंतर्द्वन्द्व ही है। मगध,कोशल और कौशांबी में प्रज्वलित विरोध की अग्नि इस पूरे नाटक में फैली हुई है। उत्साह और शौर्य से परिपूर्ण इस नाटक में चरित्रों का सजीव चित्रण किया गया है। इसके प्रमुख पात्र मानवीय गुणों से ओतप्रोत है।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

प्रेम की पाठशाला

हममें से अधिकांश लोग ज्ञान और जागरूकता के अभाव में अपनी महत्वपूर्ण चीजों और बहुमूल्य समय  को ही नजरअंदाज कर देते हैं, फिर समय बीत जाने पर हाथ मिलने और पछताने के सिवाय और कुछ भी हासिल नहीं होता है। समय पर जो काम थोड़ी उर्जा या श्रम से हो सकता था, उसके

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

खरीदी हुई दुल्हन

महिला औसत कम वाले राज्यों में किस तरह बेमेल विवाह कर औरतों को जानवर बना दिया जाता है इसका वर्णन किया गया है इस किताब में

1 पाठक
1 अध्याय
29 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

J

U

0 पाठक
0 अध्याय
28 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

गुंजन

गुंजन कवि सुमित्रानन्दन पंत का काव्य-संग्रह है। इसका प्रकाशन सन् 1932 में हुआ था। इसे कवि पंत ने अपने प्राणों का 'उन्मन-गुंजन' कहा है। यह संकलन 'वीणा' 'पल्लव' काल के बाद कवि के नये भावोदय की सूचना देती है। इसमें हम उसे मानव के कल्याण और मंगलाशा के न

0 पाठक
48 अध्याय
29 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

(एकांकी)        बुढ़िया मां...।

एक बूढ़ी मां का दर्द।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

मानसरोवर भाग 1

प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह और उपन्यास सम्राट माने जाते हैं। यों तो उनके साहित्यिक जीवन का आरंभ १९०१ से हो चुका था पर बीस वर्षों की इस अवधि में उनकी कहानियों के अनेक रंग देखने को मिलते हैं। मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहा

53 पाठक
27 अध्याय
23 जुलाई 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

किताब पढ़िए