Ramesh Babu
युवाओं को जातिवाद छोड़कर मिलजुल कर देश प्रेम के प्रति जागरूक क्या गया है!
T.G.Mishra
कुछ अल्फाज तुम्हारे नाम,मेरे नादां साथी। |माना तुम अब हमारे साथ नहीं हो,पर तुम्हारी दी गई यादें हमें हमेशा हंसाएगी और हाँ, जब भी याद करूँगा तो चेहरे प
मीनाक्षी सूर्यवंशी
यह मेरी पहली कहानी मैं आशा करती हूं कि आप लोगों को पसंद आए। इस कहानी में माता और पिता का वात्सल्य प्रेम अपने बेटे के प्रति है। इस कहानी में मिलना, बिछ
Online Edition
₹ 48
Abhishek Dwivedi
मुक्तक
Aniruddhsinh zala
हम भारत के विर💪 💥⚔🌺🚩🌴🌼💥 🛑 ⚔💪💗🔪💢💥🚩 हम भारत के विर है रक्षक बनेगे ईतीहास के...🚩 भव्य है इतिहास हमारा जो पन्नो से मिटाया जाता हे
मोहित कुमार
इस किताब में जो भी शायरी लिखी है वो सब मेरी वास्तविक ज़िन्दगी से जुड़ी हुई हैं यक़ीनन मेरी ज़िंदगी से बेहतर ज़िन्दगी होगी आपकी इतना यकीन है।
Adv Sudha Gupta
नमस्कार दोस्तों शौकिया कभी कभी कुछ लिख लेती हूं। शब्द के इस प्लेटफार्म पर अवसर मिला है तो अपने जज्बातों को अल्फाजों में आप के सामने रखती हूं ।अब ये आप
निखिल तिवारी
Nayantara
एक कहानी मोहब्बत की जो अधूरी रह कर भी पूरी हो जाती है।
Papiya
समाज में... रिश्तो की पवित्रता को दरकिनार करते रिश्ते.. रिश्ते की पवित्रता को चकनाचूर करते, सिर्फ और सिर्फ स्वार्थ की पराकाष्ठा को प्राप्त करने के लि
₹ 18
Raja Singh
यह कस्बे कि समाजिक आर्थिक जिंदगी पर आधारित उपन्यास है जिसमे पैसा ही प्रमुख तत्व है यहाँ के निवासियों के लिए .इसे डायमंड बुक ,नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित
Dinesh Dubey
आज कल की लड़कियां अपने मतलब के लिए कैसे बेवकूफ बनाती हैं उसी पर आधारित हैं , ये कहानी, निशा अपने प्यार को पाने के लिए सभी को धोखा देती है,
सुकून
इस कहानी का शीर्षक देख कर सब सोचते होंगे ये क्या नाम है। प्यार और दर्द लेकिन,जिंदगी में प्यार करना इतना आसान नही होता है।जितना आजकल इंटरनेट के ज़माने म
₹ 74
Aryan Dubey
एक प्राण नदी के चारो ओर झरने, और वायु का शोर, शांत, गति में पुलकित मोर जीवन धारा करती हिलोर! शिथिल हृदय, आहत मन विस्मित चित्र, और सूनापन लगता है कि
भारद्वाज रौशन कुमार "प्रिय"
मन के भावों को शब्दों में पिरोकर सृजन करने का एक अलग ही आनंद है। सामान्यतः यह मानी जाती है कि रचनाएं कवि की कल्पना मात्र होती है, लेकिन सच तो ये है कि
Nisha
🍀🍀दिल से निकली, खुले विचारों से लिखी। ज़िंदगी की हकीकत से रूबरू कराती है। संक्षेप में बहुत कुछ कह जाती है। अनजाने में ही सही अपने अस्तित्व का अहसास कर
Dilbag Singh Virk
कुछ कविताएँ महाभारत के पात्रों को लेकर और कुछ समाज के अन्य पहलुओं का चित्रण करती हुई
₹ 12
Kanchan Shukla
इस उपन्यास में एक औरत की सहनशक्ति को दर्शाते हुए यह बताने की कोशिश की गई है कि,एक औरत को अपने पति पर विश्वास करना चाहिए पर अंधविश्वास नहीं क्योंकि किस
ओम शंकर त्रिपाठी
हर विषय पर शोधपरक लयात्मक रचनाओं का संग्रह