चांदी-सोने की आशा पर, अन्तस्तल का सौदा
हाथ-पांव जकड़े जाने को, आमिष-पूर्ण मसौदा ?
टुकड़ों पर जीवन की श्वासें ? कितनी सुन्दर दर है !
हूँ उन्मत्त, तलाश रहा हूँ कहाँ वधिक का घर है?
दमयन्ती के 'एक चीर' की-मांग हुई बाजी पर,
देश-निकाला स्वर्ग बनेगा तेरी नाराजी पर ।