shabd-logo

common.aboutWriter

कविता लेखन

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

hindipoemsri

hindipoemsri

मानवीय भावनाओं से सम्बंधित मर्मस्पर्शीय कविताएं

निःशुल्क

hindipoemsri

hindipoemsri

मानवीय भावनाओं से सम्बंधित मर्मस्पर्शीय कविताएं

निःशुल्क

common.kelekh

नव-वर्ष--- 3--- 2018

1 जनवरी 2018
0
0

Visit us on—www.hindipoemsri.com Written by—Prakash GuptaEmail—hindipoemsri@gmail.com Nos. +91- 9565 555 764 / 95033 57443नव-वर्ष --3—-2018.वक्त से पहले मुट्ठी से ज्यादान समय नें कियाकभी देनें का वादाचिल्लाइये मत शांत रहिये EAT-DRINK और मस्त रहिये आयामहिना दिसम्बर का तारीख आ गय

गुजरात चुनाव-दिसम्बर-2017

26 दिसम्बर 2017
1
0

IT HAPPENED GOOD CONGRESS GOT FOOD IN THE STATE GUJARAT GIVING TO THE B J P A MORELASTIC MORE OR LESS लगभग-लगभग मात डगमग-डगमग चलते-चलते B J P से लड़ते-लड़ते छू लेगी शिखर को CONGRESS एक दिन अगर बहक गयी

राजनीती

29 सितम्बर 2015
1
0

(१) सब का अपना---------इमान धरम है एक दूजे से---------ना कोई कम है एक से बढकर---------एक हैं सबही नियत के भी---------नेक हैं सबही(२) है--- फिर भी----------मारामारी जमकर देखें-- कौन है लेता----------किस्से टक्कर सबकी अपनी-----------फ़ौज खड़ी है लिए तलवार---

दारू—शाला-----

29 सितम्बर 2015
1
0

(१) जल्दी –जल्दी----------पीना--है क्योंकि---------------------------- जल्दी—जल्दी-----------जीना--है क्या- करेंगे--------जी------करके साल--------दर-------साल जियेंगे—मरेंगे---लादी---ढो—ढो---करके साल--------दर-------साल(२) मरना—ही--है-----मुस्कुरा –के--मरें

बेटी-----कन्या

29 सितम्बर 2015
3
0

(१) मां ने मुस्कुराकर, मुन्ने से पूछा, कुछ इठलाकर यूँ------ आज मुझे बाजार मिली थी, तेरी कालेज वाली गर्लफ्रेंड, बोल क्या------बोलता तू------- पास खड़ी थी - उसकी लड़की, आँख तरेरकर मां उससे बोली, खड़ी खड़ी क्या सुनती रहती, आलतू फालतू की बातें तू---

Hindi Poems| Hindi Kavita| Kavi sammelan| poems in Hindi

17 सितम्बर 2015
2
0

hindi love poems, Hindi Kavita, Kavisammelan, Poems In Hindi, online geet gajal Collection

Kavisammelan| Poems In Hindi| online geet gajal !!9389750613~!! - YouTube

17 सितम्बर 2015
2
1

http://hindipoemsri.com/ prakash gupta provide Read all types of online geet gajal like hindi patriotic poems, hindi love poems, Hindi Kavita, Kavisammelan, ...

जिन्दा - रहना है, जरुरी इसलिए...

3 सितम्बर 2015
2
1

जिन्दा रहना है, जरुरी-इसलिए कि मरने का हमें कोई-हक़ ही नहीं है---- किसलिए, मरते है लोग-स्वयं ही, कैसे मान लिया, उन सबने, कि, मरना ही सही है------------(२) चिर-निद्रा की गोद वो, सुख़ से सोने जो चले-------- इससे पहले सोच ले, कल, इसी तरह, उनका, कोई प्रिय

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए