मैं हिंदी का अध्यापक हूँ कविता लिखने का प्रयास करता हूँ जो समाज के लिए उपयोगी हो सके
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अपना खून सडकों पर यूँ बहा दोगे. पड़ेगी देश को खून की जरूरत तो क्या दोगे
सत्य
कविता