पीयूष गोयल पेशे से डिप्लोमा यांत्रिक इंजिनियर है और एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी में कार्यरत हैं। इन सबके अलावा पीयूष गोयल दुनिया की पहली मिरर इमेज पुस्तक श्रीमदभागवत गीता के रचनाकार हैं। पीयूष गोयल ने सभी 18 अध्याय 700 श्लोक अनुवाद सहित हिंदी व अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में लिखा है। पीयूष गोयल ने इसके अलावा दुनिया की पहली सुई से मधुशाला भी लिखी है। पीयूष गोयल की 3 पुस्तकें प्रकशित हो चुकी हैं। पीयूष गोयल संग्रह के भी शौक़ीन हैं, उनके पास प्रथम दिवश आवरण, पेन संग्रह, विश्व प्रसिद्ध लोगो के ऑटोग्राफ़ संग्रह भी हैं। इस के आलावा संस्कृत में श्री दुर्गा सत्सती, अवधीमें सुन्दरकाण्ड, हिंदी व अंग्रेज़ी में श्रीसाईं चरित्र भी लिख चुके हैं।
Thoughts of Piyush Goel :-
- भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन के ही सारथि नही थे वे तो पूरे विश्व के सारथि हैं ,फिर डर किसका
- वर्तमान की आवश्यकता भविष्य की निधि हैं.
- किसी भी कार्य के पर्याय बन जाओ प्रसिद्धि अवश्य मिल जाएगी.
- अपने सुखो को दूसरो के दूखो में बाँट दो.
- जीवन में लक्ष्य ज़रूर निर्धारित करो लक्ष्य मिलने पर आकर बड़ा कर दो.
- झूठ सच पर अधिकार कर रहा हैं.
- शरीर में जीतने छेद हैं सबसे गंदगी ही निकलती हैं इसमे मुँह का क्या दोष?
- प्रलोभन व्यक्ति को विचलित करता हैं.
- जोखिम उठाने वालो के लिये असफलता एक उपहार हैं.
- फल की इच्छा रखने वाले फूल नही तोड़ा करते.
- वर्तमान की दिशा भविष्य की दशा तय करती हैं.
- तुम्हारे प्रयास फल की तरह खट्टे या मीठे को सकते हैं पर सफलता मीठी ही होती हैं.
- निर्णय हमेशा प्रभावित करते हैं.
- शब्द दुख और सुख में अक्षर ख को देखो हमेशा एकसा दिखता हैं फिर हम क्यों नही?
- आलोचना मुझें प्रेरित करती हैं कुछ और अच्छा करने की.
by Piyush Goel