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Pinki Khandelwal के बारे में

पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-29
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-25
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-19
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-12
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-10-18
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-09-28
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-09-22

Pinki Khandelwal की पुस्तकें

मेरे विचारों की प्रेरणा मातपिता....।

मेरे विचारों की प्रेरणा मातपिता....।

मेरी किताब मेरे मन के विचारों पर केंद्रित है न इसमें अनावश्यक चीजों का समावेश है न किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों की रचना मेरी किताब समाज को प्रेरित करने महिलाओं में जाग्रति पैदा करने और वृद्ध लोगों का सम्मान करने के साथ साथ समाज की कुरी

25 पाठक
68 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 105/-

मेरे विचारों की प्रेरणा मातपिता....।

मेरे विचारों की प्रेरणा मातपिता....।

मेरी किताब मेरे मन के विचारों पर केंद्रित है न इसमें अनावश्यक चीजों का समावेश है न किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों की रचना मेरी किताब समाज को प्रेरित करने महिलाओं में जाग्रति पैदा करने और वृद्ध लोगों का सम्मान करने के साथ साथ समाज की कुरी

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अनकहे लफ्ज़

अनकहे लफ्ज़

कुछ बातें जो मन को विचलित करती है उनको कागचो पर उकेर देती हूं जीवन की सच्चाई को स्वीकार कर कुछ कमियों का कर देती उल्लेख हूं जीवन यूं तो चलायमान है पर हुई गलतियो को बना अपनी ढाल कुछ करने की कोशिश में अपने शब्दों को व्यक्त करने का एक उद्देश्य यह मेरी क

13 पाठक
15 रचनाएँ

निःशुल्क

अनकहे लफ्ज़

अनकहे लफ्ज़

कुछ बातें जो मन को विचलित करती है उनको कागचो पर उकेर देती हूं जीवन की सच्चाई को स्वीकार कर कुछ कमियों का कर देती उल्लेख हूं जीवन यूं तो चलायमान है पर हुई गलतियो को बना अपनी ढाल कुछ करने की कोशिश में अपने शब्दों को व्यक्त करने का एक उद्देश्य यह मेरी क

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मेरा सपना

मेरा सपना

मेरे किताब का शीर्षक जितना छोटा है उसका अर्थ उतना ही अधिक सुदृढ़ और प्रवीण है  "मेरा सपना" जो मेरी पहचान है जिसको समाज की बंदिशों ने, पिता के मान सम्मान ने और कहीं न कहीं लोगों की सोच ने दिल के एक कोने में छुपाने को मजबूर कर दिया था        हां दोस्तो

4 पाठक
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₹ 66/-

मेरा सपना

मेरा सपना

मेरे किताब का शीर्षक जितना छोटा है उसका अर्थ उतना ही अधिक सुदृढ़ और प्रवीण है  "मेरा सपना" जो मेरी पहचान है जिसको समाज की बंदिशों ने, पिता के मान सम्मान ने और कहीं न कहीं लोगों की सोच ने दिल के एक कोने में छुपाने को मजबूर कर दिया था        हां दोस्तो

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Pinki Khandelwal के लेख

मेरा देश मेरा वतन... गणतंत्र दिवस।

26 जनवरी 2023
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विविधताओं से भरा, संस्कृति का धनी, अर्थव्यवस्था की जननी हमारे देश की भूमि, बहती धारा गंगा मां पूजनीय जो कहलाती, माटी की खुशबू लाती खींच हमें यहां, चाहे घूम आए सारा जहां पर मिलता सुकून यहां, यह देश हमे

आस्था या अंधविश्वास

18 जनवरी 2023
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ईश्वर के प्रति आपका श्रद्धा का भाव आपकी उनके प्रति अटूट आस्था का प्रतीक है... ईश्वर सर्वशक्तिमान है वह आपके चढ़ावे धन दौलत का भूखा नहीं वो तो आपके मन में उन ईश्वर के प्रति कितनी अटूट आस्था है बस उसका

पेपर लीक पर राजस्थान सरकार के विचारो का वर्णन अपने शब्दों द्वारा...।

17 जनवरी 2023
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परिक्षाएं बच्चों की मेहनत को परखती है आगे बढ़ने का हौसला देती है जीवन में अपनी मंजिल को पाने का अवसर देती है लेकिन वर्तमान समय में चल रही पेपर लीक की प्रक्रिया ने बच्चों की मेहनत और उनको अपनी मंजिल को

मेरी डायरी मेरा प्यार .....

17 जनवरी 2023
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न कोई साथ था न कोई मेरा बना सहारा, फिर मेरी दोस्ती कलम और डायरी से हुई, जो थे दिल के जज्बात, दर्द सब लिख लेती उसमें, कभी कभी पहली बारिश पहली मुलाकात, तो कभी चेहरे पर आई उदासी की कहानी, तो कभी कुछ अल

मुस्कान: सबसे कीमती गहना...।

17 जनवरी 2023
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खामोशी को चेहरे पर बयां नहीं होने देती, सचमुच चेहरे पर मुस्कान कितनी जरूरी है, दर्द दिलों में छुपाने की आती इसमें कला, सचमुच मुस्कराहट कितनी जरूरी है, कुछ इशारे में कहना जानती है मुस्कान, सचमुच मुस्

मेरा बचपन

11 जनवरी 2023
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मां की ममता में पिता के दुलार में बीता मेरा बचपन है, मस्ती भरी शरारतों में चेहरे पर आती मुस्कराहट में, नादान भोली सी बनाते शक्ल करते अपनी मनमानी में, ये बचपन बीता है जो मीठी यादों का हिस्सा है, जिसमे

बढ़ते आतंकवाद का बिष्लेशण

28 दिसम्बर 2022
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हर इंसान भयभीत आतंक और डर खौफ का शिकार रहे, देश की प्रगति और विकास के सब रास्ते बंद हो जाए देश भ्रष्टाचार अंधविश्वास का शिकार हो जाए यह यहां के लोगों की मानसिकता है जिसने आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ा

संस्कृति का महत्व

20 दिसम्बर 2022
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हमारे देश की परम्पराओं मे हमारी संस्कृति की अनूठी झलक दिखलाई देती है प्राचीन परम्पराओं से नवीन सोच का वाद विवाद साथ ही आधुनिक जीवनशैली से प्राचीन पोषाकों की होड़ आज हमें अपनी संस्कृति से दूर कर रही

किसान

20 दिसम्बर 2022
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विचित्र सी कहानी है उन किसानों की,  जो करते परिश्रम, दिन और रात की नहीं होती जिनको परवाह, आज उनकी स्थिति बद से भी बद्तर है, बरसते मेघ कभी खुशियां दे जाते, तो कभी उनकी फसल नष्ट कर जाते, जीवन पूंजी ल

युवाओं में बढ़ रहा तनाव

6 दिसम्बर 2022
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आधुनिक शैली, आधुनिक अविष्कारों की उत्पत्ति और कम्पटीशन का जमाना, बढ़ती बेरोजगारी, शिक्षित व्यक्ति का योग्यता के आधार पर चयन न होकर आरक्षण प्राप्त व्यक्ति का चयन और बदलता खान पान जिससे फैलती खतरनाक बीम

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