सुब्रत राय प्रकरण को थोड़ा और करीब से जानिए...
SEBI की शिकायत पर UPA-2 ने सहारा के सुब्रोतो रॉय को गिरफ्तार कर के तिहाड़ में क्यों बन्द किया गया था ?
किस को पैसा वापिस नहीं कर रहा था सुब्रोतो रॉय ?
क्या सहारा के किसी ग्राहक की शिकायत थी कि मुझे सहारा पैसा वापिस नहीं कर रही ?
जब एक भी ग्राहक ने पैसा वापिस न मिलने की शिकायत की थी, तो क्यों सुब्रोतो रॉय को गिरफ्तार किया गया था ?
सहारा ने 20000 करोड़ SEBI के बैंक खाते में जमा करवा भी दिये थे, तभी सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रोतो रॉय को तिहाड़ बाहर जाने दिया था ।
मगर उस 20000 करोड़ को कोई लेने कोई क्यों नहीं आ रहा ?
तो फिर सुब्रोतो रॉय को क्यों गिरफ्तार किया गया था ?
सुब्रोतो रॉय तो सोनिया गांधी, अनिल अंबानी, मुलायम सिंह यादव, अमर सिंह, अमिताभ बच्चन, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, सब का #बहुत_नज़दीकी_मित्र था, तो उसको क्यों गिरफ्तार किया गया था ?
सुब्रोतो रॉय ने सहारा को एक ऐसी वित्तीय कम्पनी के रूप में खड़ा किया था, जिसमें लोग निवेश करते थे और कम्पनी उनको ब्याज़ सहित पैसा वापिस करती थी, एजेंट्स को मोटी कमीशन मिलती थी, कम्पनी पैसे से ज़मीनें खरीदती थी, और मुनाफा कमा रही थी,
फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि कम्पनी पर केस डलने शुरू हो गये और अंततः सुब्रोतो रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया ?
जब SEBI ने सहारा के खातों की जाँच शुरू की, तब SEBI ने पाया कि एक ही नाम से जिनके फॉर्म्स पर पते तक नहीं लिखे गये थे, #उदाहरण : एक व्यक्ति का नाम "#श्रीमती_प्रियंका"-(काल्पनिक नाम) के 200 फॉर्म्स भरे गये, पते पर सिर्फ लिखा है #रायबरेली , हर फॉर्म से जमा किये गये 10000 रुपये, कितने हो गये 20,00,000 रुपये, मतलब की बेनामी नाम पर 20 लाख रुपए, ऐसे ही लाखों भरे हुए फॉर्म्स कम्पनी से निकले जो बेनामी नाम पर भरे गये थे, जो लगभग 35000 से 40000 करोड़ के थे।
अब सवाल ये है कि ये पैसा किस का है जो बेनामी नाम पर जमा था ?
उन्हीं दिनों UPA-1 और UPA-2 में उद्योगपतियों को बैंको से लाखों करोड़ों के उधार (LOAN) 10 जनपथ के इशारे पर मंत्रालय से फोनबैंकिंग के ज़रिए दिए गये थे और जो बाद में डूब गये थे, और जिनके कारण बहुत से बैंक डूबने की कगार पर आ गये हैं ।
उन दिनों सुब्रोतो रॉय ने कहा भी था, की जो व्यक्ति पैसा लेने आ रहा है उसे पैसा वापिस किया जा रहा है, तो दिक्कत क्या थी ?
दिक्कत ये थी कि बेनामी नाम वाले व्यक्ति कौन थे ?
ये बेनामी लोग पैसा कैसे वापिस लेंगे ?
दरअसल जिन बेनामी लोगों के ये 35000 से 40000 करोड़ रुपये थे, उनके पैसे सुब्रोतो रॉय वापिस करने में आनाकानी कर रहा था, कह सकते हैं कि बेईमान हो गया था, क्योंकि जो निवेश कम्पनी ने जिन कम्पनियों और ज़मीनों में किये थे वो सुप्रीम कोर्ट में ज़मीन घोटाले के कारण फंस गये थे (और उन्हीं दिनों अनिल अंबानी की कम्पनियां डूब गयीं थीं) इसलिए कम्पनी उन बेनामी लोगों को पैसा वापिस नहीं कर रही थी ।
जिन बेनामी लोगों के ये 35000 से 40000 करोड़ रुपये थे वो सामने नहीं आ रहे थे, मगर दबाव डाल रहे थे की हमारे पैसे वापिस करो, वो थे सारे सुब्रोतो रॉय के #बेहद_नज़दीकी_मित्र, वो थे भी बहुत शक्तिशाली, इसीलिए सुब्रोतो रॉय को जेल जाना पड़ा था, मगर सुब्रोतो रॉय को पता था कि वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, क्योंकि वो सामने से आ कर पैसा वापिस नहीं माँग सकते, क्योंकि ये बेनामी पैसा भ्र्ष्टाचार से कमाया गया काला धन है जो किसी प्रकार से कानूनन वापिस नहीं लिया जा सकता, 2004 से 2014 में कमाया गया सारा काला धन, इसी प्रकार निवेश किया जाता था, और चुनावों के समय लेकर चुनावों में खर्च किया जाता था, और सरकार बनते ही दुबारा कमा कर निवेश कर दिया जाता था, याद आया हो तो याद आयेगा की इसीलिए चुनावों के तुरन्त बाद एकदम से महंगाई बढ़ती थी ।
सुब्रोतो रॉय #नज़दीकी_मित्रों से मित्रता खत्म करके अब बाहर मज़े में है और वो #सारे_नज़दीकी_मित्र लगभग बरबाद हो चुके हैं ।
आशा है अब शायद आपको #उन_नज़दीकी_मित्रों की पहचान हो गयी होगी ।
इस तरह से 1947 से 2014 तक देश को लूटा जा रहा था यही मोदीजी ने बंद करवाना शुरू कर दिया तो तकलीफ हो रही है।🙏
#मोदी_है_तो_मुमकिन_है
#मोदी_जैसा_कोई_नहीं
।। s.k.burnwal ।।