Ghanshyam Prasad
कहने को मोदी भक्त हैं,
मगर सबसे ज्यादा निंदा करते हैं मोदी की,
बिना सोचे समझे ज्ञान पेलते हैं मोदी को -
आज मुझे ये लेख दिल में असहनीय पीड़ा लिए
लिखना पड़ रहा है जब देखता हूँ, मसला कुछ
भी हो मोदी के भक्त कहलवाने वाले ही उसकी
ऐसी तैसी करने में लगे रहते हैं --
जो राहुल किसी काम का नहीं, उसके खिलाफ
उसके लोग एक शब्द नहीं बोलते और हर तरह
से देश को समर्पित मोदी को उसके भक्त
कोसते रहते है -
बंगाल हो, दिल्ली हो या अब महाराष्ट्र हो, एक
नारा जिसे देखो लगा देता है --केंद्र क्या कर रहा
है, मोदी कुछ क्यों नहीं करता, राज्य सरकार
को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शाशन क्यों नहीं
लगा देते --इमरजेंसी क्यों नहीं लगाता -
कल तो मेरे एक फ़ौज के वरिष्ठ अधिकारी ने
(जो बहुत बड़े समर्थक हैं मोदी के, उन्होंने
प्रमाणपत्र दे दिया --मोदी मौनी बाबा हो
गए) -- और इससे मुझे बहुत पीड़ा हुई -
यानी मोदी को तो भाई लोग बिलकुल बौड़म
समझते है, जो कुछ अक्ल दी भगवान् ने, बस
भक्तों को ही दी, मोदी तो वहां था ही नहीं -
आज चीन, पाकिस्तान और अन्य छोटे मोटे
देशों ने देश की सुरक्षा के लिए सरदर्द कर
रहे हैं कांग्रेस से मिलकर --देश के अंदर
विपक्ष कोरोना के बावजूद मोदी को
उखाड़ने में लगा है -
उनके फर्जी न्यूज़ पोर्टल, पत्रकार रोज फर्जी
ख़बरों की फैक्ट्री से अफवाहें फैला रहे हैं --
आज मार्कण्डेय काटजू ब्रिटेन से नीरव मोदी
का प्रत्यर्पण रोकने के लिए उसकी वकालत
करने को तैयार हो गया है -
ऐसे में मोदी जरूर चाहेंगे उनके समर्थक तो
उसका साथ दें, मगर नहीं, मोदी के समर्थक
तो उसकी खाट खड़ी करने को आमादा रहते
हैं --ये भूल कर कि उस बन्दे ने देश के लिए
अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया --इसको
हटा दिया तो जीना मुश्किल हो जायेगा -
आज चीन के खिलाफ देश को इतनी मजबूत
स्तिथि में खड़ा कर दिया कि उसे लद्दाख में
मुंह की खानी पड़ी है --पाकिस्तान को दुनियां
में अकेला खड़ा कर दिया --सर्जिकल स्ट्राइक
किया, बालाकोट किया और जब तक नहीं
किया, रोज उसकी ऐसी तैसी की गई कि
बदला कब लोगे --जब ले लिया तो नए काम
तैयार कर दिए भक्तों ने मोदी के लिए --
बंगाल में, दिल्ली में और महाराष्ट्र में सरकारें
बनाये जनता और बर्खास्त करे मोदी --अरे
इतना तो समझो कि ममता और उद्धव दोनों
अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं लेकिन उन्हें
बर्खास्त करके उन्हें ऑक्सीजन दे कर "पीड़ित"
बना कर फिर से जीवित कर दे मोदी -क्या
तमाशा है क्या --
दो दिन से एक लेख कॉपी पेस्ट और वायरल
हो रहा है कि विरोधियों को ख़त्म करना भाजपा
कांग्रेस और शिव सेना से सीखे --क्या बात है,
क्या ज्ञान पेल रहे हो --इसका मतलब हुआ
"मोदी सब कुछ छोड़ कर राहुल गाँधी को
"गुरु" धारण कर ले और भाजपा को भी 44
सीट पर लाने के तरीके सीख कर दीक्षा ले
ले -या उद्धव को भी अपना गुरु बना ले"
अरे प्यारे भक्तों, अगर कांग्रेस और शिव
सेना की तरह मोदी को काम करना सिखा
रहे हो तो भाजपा और कांग्रेस में फर्क क्या
रह जायेगा -कुछ तो सोच के बोलों भाई
लोगों -
विरोधियों को ख़तम करने के लिए शिक्षा
कांग्रेस से दिलवाना चाहते हो तो क्या कांग्रेस
के सभी विरोधी ख़तम हो गए, और क्या
मोदी ने अपने विरोधी ठिकाने नहीं लगाये
आप ही लोग कभी ऐसा भी कहते हो कि
मोदी ने सांपों के बिल में खौलता तेल डाल
दिया है जो हर सांप एक एक करके बाहर
आ रहा है --
(सुभाष चन्द्र)
"मैं वंशज श्री राम का"
10/09/2020