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"नया फ़साना लिखुगी"

31 दिसम्बर 2022

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 मैं अपनी ज़िंदगी का अब इक नया फ़साना लिखूंगी..!!
अपनों  में  शामिल  गैरों  को  अब  बेगाना  लिखूंगी..!!

आतिश-ए-गम में जलकर ज़िंदगी बर्बाद हुई..
चालाकियां उसकी हर दम जैसे आबाद हुई..
पूछेंगे  दवा  जब  दर्द की, तो सिर्फ़ मयखाना  लिखूंगी
अपनों  में  शामिल  गैरों  को  अब  बेगाना  लिखूंगी..!!

झूठे रिश्ते-नाते मेरे झूठा सब का अपनापन..
मेरे अपनों ने भर दिया दुनिया में बेगानापन..
सच्चे एहसासों की कद्र हो,वो ज़माना लिखूंगी
अपनों  में  शामिल  गैरों  को  अब  बेगाना  लिखूंगी..!!

जलके शमाएं करती रही रौशनी महफ़िल में..
इश्क तेरा चुभता ही रहा धड़कते इस दिल में..
जलते शमां का मर्म समझे वो परवाना लिखूंगी..
अपनों  में  शामिल  गैरों  को  अब  बेगाना  लिखूंगी..!!

मैं अपनी ज़िंदगी का अब इक नया फ़साना लिखूंगी..!!
अपनों  में  शामिल  गैरों  को  अब  बेगाना  लिखूंगी..!!


kanchan"savi"


31 दिसम्बर 2022

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"लकीरें का रिश्ता"

28 दिसम्बर 2022
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😊😊,"लकीरों का रिश्ता" या वो रिश्ता जो किस्मत ने जोड़ा है पर दिल जुड़ नही पाया.... थोड़ी मुश्किल तो होती है ऐसे रिश्ते निभाने में...पर अगर निभाना ही है तो दिल से निभाओ....कोशिश की जा सकती है समझने की...

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अभिनय अवज्ञा

30 दिसम्बर 2022
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सुनो,,, अविनय अवज्ञा कानून हम स्वीकार करते हैं.. सनम तेरी मोहब्बत को प्रेम से अस्वीकार करते हैं शिकवा शिकायत ना कोई ताल्लुक रखेंगे तुम्हें अपनी यादों के दामन से भी दूर रखेंगे हम मोहब्बत का मोहब्बत से

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"नया फ़साना लिखुगी"

31 दिसम्बर 2022
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मैं अपनी ज़िंदगी का अब इक नया फ़साना लिखूंगी..!! अपनों में शामिल गैरों को अब बेगाना लिखूंगी..!! आतिश-ए-गम में जलकर ज़िंदगी बर्बाद हुई..

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नववर्ष की बेला..

1 जनवरी 2023
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किसी की हार हुई.... कोई बाजी जीत गया.. इतनी उलझनों से ..उलझा हुआ साल बीत गया..!!नववर्ष की बेला में अब नए निश्चय करेंगे..ख्वाब जो भी हो अब पूरा अवश्य ही करेंगे..छोड़ो दामन उसका जो भी रीत थी बीत गय

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शीतलहर

5 जनवरी 2023
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शीतलहर चल रही है कोई गर्म एहसास नहीं है.. सर्द रातों में भी मुझे मोहब्बत की प्यास नहीं है.. दिन तो तपती खिलती धूप में गुजर जाता है. सर्द हवाओं का घेरा ढलती शाम को आता है रात भर जलता अलावा भी आता रास न

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प्रियवादिनी हिन्दी

14 जनवरी 2023
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संवेदनाएँ जिसमें सृजित हो,कंठ पे आती बार बार हैं। अये प्रियवादिनी हिन्दी भाषा,हमको तुमसे प्यार हैं।। मातृभाषा तू,हैं माता का वात्सल्य तुझमें। कतरा भर भी रहता कहाँ,अये भाषा छल तुझमें।। पुरातन से सभ

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प्रेम की डोर

14 जनवरी 2023
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तुमसे बंधी प्रेम की डोर चाहे ले जाओ जिस ओर..!!आंखों तुम समाए हो नजर नहीं आता कोई और..!!धड़कन सुने खामोशी कुछ ना बोलो सनमराह भटक ना जाए डोर पकड़े रखना सनमदिल मेरा नादान सा करता नहीं अब कोई शोरतुमसे बंध

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बिना शर्त का प्यार..

9 फरवरी 2023
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तुमको चाहती रही उतना खुद को खोती रही..सनम..बिना शर्त के प्यार में हमेशा निभाती रही..मुझसे मिलने की कोई शर्त तुम निभा ना पाए..मंजिल पीछे रह गई तुम कभी ही मुड़ना पाए..महकते गुलाब से दिल का आंगन सजाती रह

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Happy chocolate day..

9 फरवरी 2023
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Chocolate की मिठास प्यारा सा सलीका है..दुनिया में सबसे अलग..महबूब मेरा अनोखा हैं..Milk chocolate सा मुझेमें घुल जाता हैमोहब्बत के आगे सारी दुनिया भूल जाता है..Chocolate सा पिघलें जीने ऐसा तरीक़ा है..द

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परिवर्तन ही स्थाई है

20 फरवरी 2023
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माना,,लड़खड़ा रहे हैं आज कदम कल मंजिल पे सफर पहुंच ही जाएगा...!!जीवन में परिवर्तन ही स्थाई हैएक दिन सब कुछ बदल ही जाएगा...!!गर्म हवाओं से सर्द हवाओं का मौसम आएगाफूल मुरझाए है तो बहारों का मौसम भी

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