सोमवार तड़के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर त्रासदी हुई जब वाराणसी जा रही एक निजी बस पलट गई, जिससे दो इजरायली नागरिकों सहित 34 यात्री घायल हो गए। आगरा जिले के फतेहाबाद पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई इस घटना पर स्थानीय अधिकारियों और चिकित्सा टीमों से त्वरित प्रतिक्रिया और समर्थन मिला है।
हादसा रात 12:30 बजे हुआ, जिससे बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए आगरा के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी घायल व्यक्तियों को सर्वोत्तम संभव उपचार मिले।
घायलों में दो इजरायली नागरिक भी शामिल हैं, जिनकी पहचान याहेल हलेवी और ओरेल सिमा के रूप में हुई है। सौभाग्य से, उनकी चोटें गंभीर नहीं हैं और उन्हें आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने को सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा पेशेवर उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हादसा बस का एक टायर फटने के कारण हुआ। निजी बस, जिसमें 43 यात्री सवार थे, दिल्ली से चली थी और वाराणसी जा रही थी। अचानक टायर फेल होने से बस पलट गई, जिससे कई यात्री घायल हो गए।
त्वरित प्रतिक्रिया टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को तुरंत एसएन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। घायल यात्रियों का इलाज शुरू में फतेहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल नौ लोगों को अधिक विशिष्ट देखभाल के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में स्थानांतरित किया गया।
आगरा के जिला मजिस्ट्रेट भानु चंद्र गोस्वामी ने घायल यात्रियों से मिलने के लिए व्यक्तिगत रूप से एसएन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने उनसे बातचीत की और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उन्हें सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा मिले।
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना सड़क सुरक्षा उपायों के महत्व और हमारे राजमार्गों पर यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता की याद दिलाती है। अधिकारी इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान घायलों और उनके परिवारों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और टायर फटने के सटीक कारण की जांच जारी है।