यूबीएस सिक्योरिटीज के गौतम छाओछारिया का कहना है कि विदेशी निवेशक अब भी भारतीय बाजारों पर काफी बुलिश हैं। दुनियाभर के बाजारों के मुकाबले भारतीय बाजारों पर अभी सकारात्मक आउटलुक बरकरार है। बाजार में आज के भाव से छोटी अवधि में ज्यादा बढ़त की उम्मीद नहीं है। लेकिन अगर 1-2 साल का नजरिया रखा जाए तो बाजार काफी अच्छा लगता है। दिसंबर अंत तक निफ्टी 8400 तक जा सकता है।
गौतम छाओछारिया के मुताबिक भारतीय इकोनॉमी धीरे-धीरे रिकवर हो रही है। अगले 1-1.5 साल में इकोनॉमी में थोड़ी ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है और तब बाजार को ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। मॉनसून बाजार के सेंटिमेंट के लिए अच्छा है, लेकिन इसका इकोनॉमी में बड़ा असर होगा ये मानना ठीक नहीं होगा। यूएस फेड के ब्याज दरों में बढ़ोतरी से दुनियाभर के बाजारों के लिए चिंता की बात हो सकती है, लेकिन भारतीय बाजारों के लिए ये ज्यादा बड़ा मसला नहीं है। अगर यूएस फेड के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के चलते इमर्जिंग मार्केट्स में बिकवाली आती है तो इसका दबाव कुछ हद तक भारतीय बाजारों पर देखने को मिलेगा।
गौतम छाओछारिया का मानना है कि पिछले 3-4 साल से ट्रैक्टर बिक्री के आंकड़े काफी खराब रहे हैं, लेकिन अब अच्छे मॉनसून उम्मीद के चलते इसमें थोड़ी बहुत रिकवरी आना संभव है। रोड कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी में सुधार आने से भी ट्रैक्टर की डिमांड बढ़ सकती है। ऑटो सेक्टर में अभी ज्यादा फोकस 4-व्हीलर पर है, 2-व्हीलर पर फिलहाल अंडरवेट नजरिया है।
गौतम छाओछारिया का कहना है कि भारत की कंज्म्पशन स्टोरी हमेशा मजबूत रही है। जनवरी-मार्च तिमाही में नया कुछ देखने को नहीं मिला है। कंपनियों के नतीजे ज्यादातर मार्जिन के चलते अच्छे रहे हैं। लिहाजा निवेशकों बाजार में चुनिंदा कंपनियों के शेयर पर ही नजर रखनी चाहिए, क्योंकि कई सारे शेयर फिलहाल महंगे हैं। होम इंप्रूवमेंट सेगमेंट पर ज्यादा फोकस होगा और इनमें पिछले 3 तिमाही में मजबूती देखने को मिली है।