बारिश का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है कि मानसून केरल पहुंच गया है. केरल में मानसून के आगमन की घोषणा करने के लिए 14 स्टेशनों से बारिश पर नजर रखी जाती है और इनसे यह खबर मिली है कि पिछले 48 घंटों के दौरान 60 फीसदी से अधिक स्टेशनों ने 7 और 8 जून को बारिश दर्ज की. पश्चिमी और पश्चिम दक्षिणी हवाएं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही थी.
मौसम विभाग ने कहा, ‘सभी तीनों शर्ते आज पहली बार पूरी हुई जिसकी निगरानी हमने 10 मई से शुरू की थी. इसके परिणामस्वरूप दक्षिण पश्चिम मानसून आज आठ जून 2016 को केरल में फैल गया.’’ मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ते हुए दक्षिण अरब सागर, मालदीव से लगे क्षेत्र, दक्षिण भीतरी कर्नाटक और दक्षिण बंगाल की खाड़ी के शेष भाग में बढ़ गया है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि दक्षिण पश्चिमी मानसून केरल तट पर पहुंच गया है. दक्षिण भारत के कई राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है. हालांकि सामान्य तौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंच जाता है लेकिन इस बार ये एक सप्ताह की देरी से आया है. हालांकि मौसम विभाग ने इस बार 7 जून को मानसून आने का पूर्वानुमान दिया था जो एक दिन की देरी से केरल पहुंच गया है. अगले 2 दिन में कर्नाटक और 12 जून तक मानसून के महाराष्ट्र पहुंचने की उम्मीद है. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक 15 जुलाई तक देश के सभी हिस्सों तक मानसून पहुंच जाएगा. हालांकि केरल, तमिलनाडु और चेन्नई में बीते कुछ दिनों से बारिश हो रही थी जिसे प्री-मानसून शॉवर कहा जा सकता है लेकिन आज आधिकारिक तौर पर मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है.