फिल्म 'चक दे' में शाहरुख खान का 'सत्तर मिनट' तो याद ही होगा आपको। लेकिन इस बार उन्होंने जो भाषण दिया है वह किसी भी फिल्मी स्पीच से कहीं ज्यादा अच्छा और प्रेरणादायक है। मौका था धीरुभाई अंबानी स्कूल में ग्रेजुएशन डे जहां खान को मुख्य अतिथि की तरह बुलाया गया था और इस दौरान उन्होंने एक ऐसा भाषण दिया जो मज़ेदार तो था ही लेकिन उसमें बहुत सी काम की बातें भी थीं जो किसी को भी कान लगाकर सुननी चाहिए।
शाहरुख ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में अपने पिता और उनसे मिले तोहफों के बारे में बताया, उन्होंने अपनी फिल्म फैन और दिलवाले का मज़ाक उड़ाया और कुछ बे सिर-पैर की कविताएं भी सुनाईं। इन सबके बीच खान उनके सुनने वाले छात्रों को यह कहना भी नहीं भूले कि जैसे हैं वैसे रहिए। बाद में शाहरुख ने एक जून को दी इस स्पीच को ट्वीट भी किया और लिखा 'इसमें से जो लेना है लीजिए और जो नकराना है उसे नकारिए, यह सीधे दिल से बोली गई है..'