परिचय:
अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा अभिनीत "मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू" एक प्रेरणादायक फिल्म है, जो जसवंत सिंह गिल की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने 1989 में कोयला खदान में फंसे 65 खनिकों को बचाने के लिए एक साहसी बचाव अभियान का नेतृत्व किया था। टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होते ही काफी उम्मीदें थीं और इसके बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आइए फिल्म की बॉक्स ऑफिस यात्रा के बारे में जानें।
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन:
Sacnilk.com की रिपोर्ट के अनुसार, "मिशन रानीगंज" ने भारतीय सिनेमाघरों में अपने पांचवें दिन लगभग ₹1.5 करोड़ की कमाई की है। फिल्म की कमाई पहले दिन ₹2.8 करोड़ से शुरू हुई, दूसरे दिन ₹4.8 करोड़, तीसरे दिन ₹5 करोड़ और चौथे दिन ₹1.50 करोड़ रही। अब तक, फिल्म ने भारत में ₹15.6 करोड़ की कमाई कर ली है, जो ₹20 करोड़ के आंकड़े के करीब है।
अक्षय कुमार की तारीफ:
"मिशन रानीगंज" के प्रमुख अभिनेता अक्षय कुमार ने फिल्म और इसके निर्देशक टीनू सुरेश देसाई की सराहना की। उन्होंने निर्देशक के समर्पण और कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि टीनू राष्ट्रीय पुरस्कार के हकदार हैं। अक्षय ने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि वह फिल्म की व्यावसायिक सफलता की भविष्यवाणी नहीं कर सकते, लेकिन उन्हें फिल्म की गुणवत्ता पर बेहद गर्व है, उन्होंने इसे अपने सर्वश्रेष्ठ कार्यों में से एक बताया।
"मिशन रानीगंज" के बारे में:
फिल्म का निर्माण वाशु भगनानी, जैकी भगनानी, दीपशिखा देशमुख और अजय कपूर ने किया है। "मिशन रानीगंज" जसवन्त सिंह गिल के वास्तविक जीवन की घटनाओं को चित्रित करता है, जिन्होंने नवंबर 1989 में भारत के पहले सफल कोयला खदान बचाव मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह फिल्म इस गुमनाम नायक के साहस और दृढ़ संकल्प को एक श्रद्धांजलि है।
नया गाना रिलीज़:
अक्षय कुमार ने हाल ही में "मिशन रानीगंज" के गाने "जीतेंगे" का म्यूजिक वीडियो शेयर किया है। बी प्राक द्वारा गाया गया और डॉ. कुमार विश्वास द्वारा लिखित यह प्रेरक ट्रैक एक शक्तिशाली संदेश देता है। यह मानवीय भावना के लचीलेपन का जश्न मनाता है और प्रतिकूल परिस्थितियों पर विजय के फिल्म के विषय को मजबूत करता है।
निष्कर्ष:
"मिशन रानीगंज" सिर्फ एक फिल्म नहीं है; यह बहादुरी और दृढ़ संकल्प की एक प्रेरक कहानी है। मिश्रित बॉक्स ऑफिस परिणामों के बावजूद, इसने आलोचनात्मक प्रशंसा प्राप्त की है और अपनी वास्तविक जीवन की वीरता से दर्शकों को प्रभावित किया है। जैसे-जैसे फिल्म धीरे-धीरे भारत में ₹20 करोड़ के आंकड़े की ओर बढ़ रही है, यह कहानी कहने की शक्ति और गुमनाम नायकों के जश्न का एक प्रमाण है, जिन्होंने हमारी दुनिया में बदलाव लाया है।