आ जगमगता चांद है जीव (1 9 86) के गीत गुलजार द्वारा लिखे गए हैं, यह आरडी बर्मन द्वारा रचित है और आशा भोसले द्वारा गाया गया है।
जीवा (Jeeva )
ा जगमगता चाँद है की लिरिक्स (Lyrics Of Aa Jagmagata Chand Hai )
यह जगमगाता चाँद ा जगमगता चाँद है उजली सी रात है ा जगमगता चाँद है उजली सी रात है यह फूल
तू भी कभी के झूम रहे हैं यह रात दिन हो तू भी कभी के झूम रहे हैं यह रात दिन कुछ तेज़ चल के घूम रहे हैं यह रात दिन पीला सा माहताब पुराणी सी बात है आ
वह चूड़ी जो मिली थी निशानी सी हो गयी वह चूड़ी जो मिली थी निशानी सी हो गयी यह बात पुराणी