फिल्म अलग अलाग की कही बेकासी ने मारा गीत किशोर कुमार द्वारा गाया जाता है। इसका संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं
अलग अलग (Alag Alag )
[यह ग़ज़ल है न गीत है कोई यह मेरे दर्द की कहानी है मेरे सीने में सिर्फ हो ो.. ो.. मेरे सीने में सिर्फ शोले हैं मेरी आँखों में सिर्फ पानी है]
कभी बेकसी ने मारा कभी बेकसी ने मारा हो.. कभी बेबसी ने मारा कभी बेकसी ने मारा हो.. कभी बेबसी ने मारा गिला मौत से नहीं है गिला मौत से नहीं है मुझे ज़िन्दगी ने मर
[मुक़द्दर पे कुछ जोर चलता नहीं वह मौसम है यह जो बदलता नहीं] क्ष २
कहीं थी यह बद-नसीबी हो.. कहीं थी मेरी गरीबी हो.. कहीं थी मेरी गरीबी किस किस का नाम लूँ मैं किस किस का नाम लूँ मैं मुझे हर किसी ने मारा गिला मौत से नहीं है
[बे-मुरव्वत
न कमी थी दोस्तों की न कमी थी दुश्मनों की हो.. न कमी थी दुश्मनों की कहीं दुश्मनी ने लूटा कहीं दुश्मनी ने लूटा कहीं दोस्ती ने मारा गिला मौत से नहीं है गिला मौत से
[उजालों से वेह्शत मुझे हो गयी है अंधेरों की आदत मुझे हो गयी है] क्ष २
रहा जब तलक अँधेरा हो.. कटा खूब वक़्त मेरा हो.. कटा खूब वक़्त मेरा मुझे चंदिनि ने लूटा ो.. मुझे चंदिनि ने लूटा मुझे रोशिनी ने मारा गिला मौत से नहीं है गिला म