फिल्म अधीर से सुहाग की रात आयी सजनी गीत पहारी सान्याल द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत तिमिर बरन द्वारा रचित है और गीत मुंशी अरजू और रशीद द्वारा लिखे गए हैं।
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आँगन में तोरा चाँद हँसत है आँगन में तोरा चाँद हँसत है पवन रचत मधु बाईं सजनी पवन रचत मधु बाईं सजनी काहे भरे तोरे नैना सुहाग की रात आयी सजनी
फागुन में चित होते उदासी वाही के सुन बैन फागुन में चित होते उदासी वाही के सुन बैन सोही कारण भई उदासी जहर लागें मोरे नैना हाँ सही कारण भाई उदासी जहर ल
सजन तोहे ाँ पुकारे काहे घूंघट काढ़े सजन तोहे ाँ पुकारे काहे घूंघट काढ़े अँखियाँ में सखि काजर फेरो अँखियाँ में सखि काजर फेरो ाँ बसो मोरे नैन सुहा