फिल्म आप की कला से पास नाहिन आना गीत लता मंगेशकर और किशोर कुमार द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
आप की कसम (Aap Ki Kasam )
पास नहीं आना
पहले तू आग भड़कती है फिर दिल की प्यास तो बुझती है हे.. पहले तू आग भड़कती है फिर दिल की प्यास तो बुझती है तेरी एहि अदा तो मुझको पसंद है अच्छा.. हाँ ः
पास नहीं आना
कितना.. कितना मज़ा है ऐसे जीने में धक् धक् भी होती नहीं सीने में कितना मज़ा है ऐसे जीने में धक् धक् भी होती नहीं सीने में कोई बेचैनी नहीं
पास नहीं आना
मत छेड़ अपने दीवाने को रहने दे तू इस बहाने को हे.. मत छेड़ अपने दीवाने को रहने दे तू इस बहाने को होठों पे न है मगर दिल तो रज़ामंद है रज़ामंद है.. मगर आज म
पास नहीं आना