हम डोनो दो अजीबी से प्रेमी गीत लता मंगेशकर और किशोर कुमार द्वारा गाए जाते हैं और आनंद बक्षी द्वारा लिखे जाते हैं। हू डोनो दो प्रेमी का संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है।
अजनबी (Ajnabi )
हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले जीवन की हम सारी रस्में तोड़ चले हो बाबुल की ाये मोहे याद जाने क्या हो अब इसके बाद
हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले जीवन की हम सारी रस्में तोड़ चले
गाडी से कह दो चले तेज़ मज़िल है दूर थोड़ा सफ़र का मज़ा लीजिये ए हुज़ूर क्ष (२)
ओ देखो न छेड़ो इस तरह रास्ता काटे फिर किस तरह हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले जीवन की हम सारी रस्में तोड़ चले
ओ बाबुल की ाये मोहे याद..
जाना कहाँ है बता उस शहर का नाम ले चल जहाँ तेरी मर्ज़ी यह तेरा है काम क्ष (२)
मुझ पे है इतना ऐतबार मैंने किया है तुझसे प्यार हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले जीवन की हम सारी रस्में तोड़ चले
[हे क्या सोच रही हो हूँ मैं? हाँ हाँ कुछ भी तो नहीं बोलो न कुछ तो]
ऐसा न हो तो कभी छोड़ दे मेरा साथ फिर न कभी केहना दिल तोड़ने वाली बात क्ष (२)
हो मैंने तो की थी दिल्लगी अच्छा मैंने भी की थी दिल्लगी हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले जीवन की हम सारी रस्में तोड़ चले
हम दोनों दो प्रेमी..